लखनऊ। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनएनएम को संबंधित उपकेंद्र पर पहुंचते ही फोटो अपलोड करने का आदेश दिया गया है। इसके विरोध में एएनएम संघ ने आंदोलन का एलान किया है। वे 15 अक्तूबर को परिवार कल्याण महानिदेशालय में प्रदर्शन करेंगी। उनका तर्क है कि नई व्यवस्था से शोषण बढ़ेगा।
परिवार कल्याण महानिदेशालय की ओर से नौ अक्तूबर को जारी आदेश के बाद मातृ एवं शिशु कल्याण महिला कर्मचारी संघ ने आंदोलन का एलान किया है। संघ की प्रदेश अध्यक्ष रूपधारा ने बताया कि प्रदेशभर में करीब 40 हजार से अधिक एएनएम कार्यरत हैं।
उनके पास पांच से सात गांवों का प्रभार है। ग्रामीण इलाके में नेटवर्क की भी समस्या रहती है। ऐसे में नए आदेश से उनकी हाजिरी प्रभावित होगी। वे किसी गांव में काम करती रहेंगी तो उपकेंद्र से फोटो अपलोड करना संभव नहीं होगा।
ये भी पढ़ें - अवसर : दिल्ली में सरकारी स्कूलों में 200 शिक्षकों की नियुक्ति होगी
ये भी पढ़ें - मदरसों की फंडिंग बंद करें राज्य सरकार : एनसीपीसीआर
ऐसे में संबंधित दिन की उनकी हाजिरी कट सकती है। संघ ने इस संबंध में महानिदेशक को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि यदि 14 अक्तूबर तक आदेश वापस नहीं लिया गया तो 15 से प्रदेशभर के एएनएम काम बंद कर देंगी।