तीन साल से मिल रहा बजट इस परीक्षा में एआई का उपयोग


प्रयागराज,  यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट 2025 की परीक्षा में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग करने की तैयारी है। वैसे तो प्रदेश सरकार तीन साल से 25 करोड़ की राशि आवंटित कर रही है, लेकिन इस बार इसके उपयोग पर सहमति बनी है। बोर्ड अधिकारियों की योजना है कि सभी परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीवी कैमरों को एआई से जोड़ दिया जाएगा।


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इस काम में निजी एजेंसी की भी मदद ली जाएगी। उसके बाद स्ट्रांग रूम में यदि कोई अनाधिकृत रूप से प्रवेश करने की कोशिश करता है, लाइट जाती है या किसी प्रकार की दूसरी अवांछित गतिविधि होती है तो उसका अलर्ट सीधे बोर्ड के अधिकारियों को मिल जाएगा। उसके बाद बोर्ड मुख्यालय और क्षेत्रीय कार्यालयों में बने कंट्रोल रूम से संबंधित स्कूल की जांच पड़ताल शुरू हो जाएगी। संबंधित जिले के अफसरों को भी मौके पर भेजकर प्रश्नपत्रों की सुरक्षा दिखवाई जाएगी।


एआई के उपयोग का फायदा यह होगा कि बोर्ड मुख्यालय के कंट्रोल रूम में पूर्व में जहां कई स्टाफ की ड्यूटी लगती थी वहीं इस बार यह संख्या एक तिहाई हो जाएगी।