खाद-बीज की दुकान में रंगरेलियां मना रहे सहायक अध्यापक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को ग्रामीणों ने रंगेहाथ पकड़ लिया। दोनों की जमकर पिटाई की और बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उधर, किसी भी पक्ष की तरफ से तहरीर नहीं दी गई है।
मामला हसनपुर को कोतवाली से जुड़ा है। यहां पर रहने वाला सहायक अध्यापक एक गांव के अड्डे पर खाद बीज की दुकान चलाता है। सात साल पहले सहायक अध्यापक की बतौर शिक्षामित्र छह किलोमीटर दूर गांव की रहने वाली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के स्कूल में तैनाती थी।
स्कूल गजरौला ब्लॉक क्षेत्र का है। तभी से सहायक अध्यापक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के बीच प्रेम-प्रसंग हो गया। दोनों की प्रेम कहानी सार्वजनिक हो गई थी। शिक्षामित्र के सहायक अध्यापक बनने के बाद उसकी दूसरे स्कूल में तैनाती हो गई।
भले ही सहायक अध्यापक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के स्कूल बदल गए लेकिन, उनका प्रेम प्रसंग जारी रहा। रविवार की रात सहायक अध्यापक अपनी खाद-बीज की दुकान पर था, तभी उसने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को बुला लिया। दोनों दुकान के भीतर रंगरेलियां बनाने लगे।
जब इसकी जानकारी ग्रामीणों को हुई तो उन्होंने दुकान को घेर लिया और दोनों को रंगेहाथ पकड़ लिया। थोड़ी देर में ग्रामीणों की बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने सहायक अध्यापक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की पिटाई कर दी।
जानकारी मिलते की पुलिस मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों ने सहायक अध्यापक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को पुलिस की हवाले कर दिया। पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर थाने ले आई। रातभर दोनों पक्ष थाने में जुटे रहे।
इसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हो गया। सीओ दीप कुमार पंत ने बताया कि जांच करने पर पता चला कि शिक्षक और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने प्रेम विवाह कर रखा है। काफी समय से साथ रह रहे थे।