प्राइमरी के शिक्षक अब फोन पर भी अपनी समस्याएं एवं शिकायतें दर्ज करा सकेंगे। शासन ने बेसिक शिक्षा विभाग को इस बारे में निर्देश जारी किया है। विभागीय स्तर पर शिक्षकों के आवेदनों को लेकर लापरवाही एवं हीलाहवाली की बड़े पैमाने पर आ रही शिकायतों के बाद सरकार ने इस नई व्यवस्था को कुछ विशेष दिशा-निर्देशों के तहत जारी करने के निर्देश दिए हैं। सरकार को उम्मीद है कि इस नई व्यवस्था से शिक्षकों में विभाग को लेकर एक विश्वास पैदा होगा, जिसका स्कूली शिक्षा पर भी बेहतर प्रभाव प्रभाव पड़ेगा।
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दरअसल, बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों की समस्याओं और शिकायतों के निस्तारण के लिए विद्या समीक्षा केन्द्र बनाया गया है, जहां शिक्षक अपनी समस्याएं एवं शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। पिछले कई महीनों से शासन के पास इस बात की लगातार शिक्षकों की शिकायतें आ रहीं हैं कि केंद्र पर समस्या अथवा शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद उसका कोई पुरसाहाल नहीं होता। केंद्र के सभी फोन नम्बर हमेशा व्यस्त आते रहते हैं जबकि ईमेल अथवा लिखित शिकायतों या समस्याओं पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जाता। इस तरह की शिकायतें विधान परिषद की शिक्षा से जुड़ी उच्चस्तरीय समिति के समक्ष भी शिक्षक दल के नेताओं ने रखी थीं, जिसे समिति ने गम्भीरता से लेते हुए शासन के अधिकारियों से जानकारी तलब की थी।
ईमेल से और लिखित भी दे सकते हैं शिकायत
प्राइमरी शिक्षक ईमेल अथवा लिखित शिकायतों या समस्याओं के समयबद्ध निस्तारण में विलंब की दशा में फोन पर भी अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं। शासन स्तर से इसके लिए विद्या समीक्षा केंद्र से लेकर विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के मोबाइल नंबर तक सार्वजनिक किए गए हैं। मसलन, विद्या समीक्षा केंद्र का फोन नम्बर - 0522-3538777 है।
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दिशा-निर्देश
● सार्वजनिक अवकाश के दिन कोई शिकायत दर्ज नहीं की जाएंगी।
● कार्यालय दिवस में ही फोन पर शिकायतें दर्ज की जाएंगी।
● कार्यालय अवधि में ही समस्याएं अथवा शिकायतें दर्ज की जाएंगी।
● फोन पर नोट कराने के अलावा संबंधित शिकायत या समस्याओं को ईमेल से या लिखित रूप में भी केन्द्र को भेजना होगा।