उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में बेसिक शिक्षा विभाग के करंडा ब्लॉक में को संकुल बैठक का आयोजन किया गया था. इसमें भाग लेने के लिए कंपोजिट विद्यालय धतुआ के खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र सिंह गए हुए थे. वहां पर पहुंचकर उन्होंने देखा तो संकुल मीटिंग के नाम पर टीचरों की तरफ से पार्टी मनाई जा रही थी. इस पर खंड शिक्षा अधिकारी जब भड़के तो शिक्षकों ने उनके साथ अभद्रता की और हाथापाई भी करने लगे. इसको लेकर खंड शिक्षा अधिकारी ने इसकी शिकायत बेसिक शिक्षा अधिकारी से की. इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी ने एक्शन लेते हुए दो शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र सिंह ने संकुल मीटिंग के लिए स्कूल बंद होने के बाद का समय रखा था. इसके लिए उन्होंने सभी संकुल पदाधिकारी को इस मीटिंग का जानकारी दी थी. वो खुद मीटिंग का निरीक्षण करने कंपोजिट विद्यालय धतुआ पहुंचे. वहां पर उन्होंने पर बहुत सारे टीचर इकट्ठा थे. वो सभी पार्टी मना रहे थे और उसमें से कुछ टीचर पार्टी मना कर वापस जा रहे थे.
कार रोकने की कोशिश
खंड शिक्षा अधिकारी ने इस पर आपत्ति जताई. वहां पर मौजूद शिक्षक चंद्रशेखर से रजिस्टर मांगा तो वह भड़क गए. वो अनाप-शनाप बोलने लगे. उन्होंने कहा कि यहां कोई मीटिंग नहीं हुई है. यहां तो सिर्फ पार्टी हुई है. इसके बाद खंड शिक्षाधिकारी कुश्मीह कला विद्यालय पर चले गए. वहां जाते समय रास्ते में एक दूसरे शिक्षक ने इनकी कार रोकने की भी कोशिश की. इसके बाद वह अपनी कार घुमा कर संकुल मीटिंग के लिए स्कूल चले गए. वहां पर पीछे से शिक्षक भी पहुंच और उसके बाद खंड शिक्षा अधिकारी से गाली-गलौज करने लगे. कुछ देर बाद गालियां देते हुए मारने पीटने भी लगे.
बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी शिकायत
खंड शिक्षा अधिकारी ने अपने ऊपर हुए हमले को लेकर इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को देने के साथ ही पुलिस अधीक्षक को दी. उन्होंने अपना शिकायत पत्र पुलिस को सौंपा. ताकि, उन दोनों शिक्षक नेताओं पर कार्रवाई हो सके. पुलिस अधीक्षक से खंड शिक्षा अधिकारी की मुलाकात नहीं होने के कारण अन्य विभागीय अधिकारियों ने विभागीय जांच करने के बाद ही इस तरह का केस दर्ज करने की बात कही. .
बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने खंड शिक्षा अधिकारी रविंद्र सिंह की शिकायत पर विभागीय कार्रवाई करते हुए चंद्रशेखर सिंह सहायक अध्यापक कंपोजिट विद्यालय करंडा एवं मानवेंद्र सिंह सहायक अध्यापक प्राथमिक विद्यालय बबुरा करंडा गाज़ीपुर को प्रथम दृष्टिया दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया है. निलंबन की कार्रवाई हो जाने के बाद शिक्षकों के बीच में हड़कंप मचा हुआ है.