हेडमास्टर की आत्महत्या के मामले में बीएसए को हटाने की संस्तुति



अमरोहा। गजरौला के सुल्तानठेर के संविलियन स्कूल में आत्महत्या करने वाले प्रधानाध्यापक के परिजनों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर आरोपी शिक्षक दंपती और बीएसए को गिरफ्तार करने की मांग की है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए जेल भेजने को कहा। आरोप है कि अगर वह बाहर रहेंगे तो केस के संबंधित सबूतों के साथ छेड़खानी और गवाहों को भ्रमित कर सकते हैं। उधर, इस मामले को संज्ञान में लेते हुए सोमवार को डीएम ने बीएसए को जिले से हटाने की संस्तुति कर शासन को पत्र भेजा है।

सोमवार को आत्महत्या करने वाले प्रधानाध्यापक संजीव कुमार के बेटे अनुज कुमार कई लोगों के साथ एसपी ऑफिस पहुंचे। यहां एसपी कुंवर अनुपम सिंह को शिकायती पत्र देकर बताया कि वर्ष 2011 से संजीव कुमार सुल्तानठेर के परिषदीय विद्यालय में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात थे। 2019 में यह स्कूल कंपोजिट विद्यालय हो गया। इसके बाद वह इसी विद्यालय में प्रधानाध्यापक बन गए थे।


एक अक्तूबर को संजीव कुमार ने स्कूल में अपने ही कक्ष में मेज पर खड़े होकर छत में लगे कुंदे में प्लास्टिक की रस्सी के सहारे फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली थी। उनके के पास से दो पेज का सुसाइड नोट मिला था। जिसमें उन्होंने स्कूल में ही सहायक अध्यापक राघवेंद्र सिंह व उनकी सरिता सिंह और बीएसए से दुखी होकर आत्महत्या करने की बात सुसाइड नोट में लिखा बीएसए भी करती थीं प्रताड़ित



अमरोहा। गजरौला के सुल्तानपुर ठेर संविलियन विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजीव की आत्महत्या के मामले में बीएसए भी फंसती नजर आ रही हैं।


लगातार उठ रही कार्रवाई की मांग के बीच आखिरकार डीएम ने उन्हें हटाने की संस्तुति कर दी है। इसके लिए डीएम ने शासन को पत्र भेज दिया है। बता दें कि एक अक्तूबर को गजरौला के सुल्तानपुर ठेर संविलियन विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजीव कुमार ने अपने ही कक्ष में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने सुसाइड नोट छोड़ा था। जिसमें सहायक अध्यापक राघवेंद्र सिंह व उसकी शिक्षक पत्नी सरिता और बीएसए डॉ. मोनिका पर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। आत्महत्या के लिए तीनों को जिम्मेदार ठहराया था।