अफसरों की शिक्षक पत्नियों को भी मूल स्कूल में पढ़ाना होगा


लखनऊ, । प्राइमरी स्कूलों में नियम विरुद्ध 13 वर्ष से मनचाहे स्कूलों में सम्बद्ध करीब 16 शिक्षक और शिक्षिकाओं को अब मूल स्कूलों में जाना पड़ेगा। बीएसए ने दो दिन के भीतर ज्वाइन करने का आदेश दिए हैं। बीईओ को निर्देश दिए हैं कि सम्बद्ध स्कूल से इन्हें कार्यमुक्त कर मूल स्कूल में कार्य भार ग्रहण कराएं।

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 ज्वाइन न करने पर कानूनी कार्रवाई होगी। इनमें अधिकतर महिला शिक्षक शासन में बैठे अफसरों की पत्नियां हैं। एक वर्ष के लिए सम्बद्ध की गई शिक्षिकाएं 13 वर्ष से स्कूलों में डटी हुई थीं। इनमें दो शिक्षक और 14 शिक्षिकाएं शामिल हैं।


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वर्ष 2011 में इनका अटैचमेंट हुआ था। नियमत अटैचमेंट एक वर्ष के लिये होता है, लेकिन यह शिक्षिकाएं 13 वर्ष से उसी स्कूल में जमी हुईं थी। कई बार अटैचमेंट खत्म करने के निर्देश हुए, लेकिन जुगाड़ से रुकवा लिया। करीब एक माह पहले मानव संपदा पोर्टल पर दर्ज ब्योरे की पड़ताल में मामला सामने आने पर बीएसए राम प्रवेश ने उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।


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