उन्नाव। शिक्षिकाओं की आपसी अनबन में मंगलवार को प्राथमिक विद्यालय बाजपेई खेड़ा सिकंदरपुर कर्ण का ताला बंद रहा। कई दिनों से चल रही तनातनी इस कदर बढ़ी कि प्रधान शिक्षिका ने गेट का ताला न खोलकर सभी शिक्षकों व बच्चों को बाहर खड़ा रहने पर मजबूर कर दिया। आरोप लगाया कि स्कूल में हो रही मनमानी की बीएसए और बीईओ से शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे मजबूरन यह कदम उठाना पड़ा। बीईओ ने समझाकर दो घंटे बाद स्कूल का संचालन शुरू कराया। ग्राम प्रधान विपिन चतुर्वेदी ने बताया कि एक साल से स्कूल में पढ़ाई की जगह केवल शिक्षिकाओं में वाद-विवाद ही चल रहा है।
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मौजूदा समय में 40 छात्र छात्राओं को पढ़ाने के लिए चार शिक्षिकाओं का स्टॉफ है। इसमें प्रधान शिक्षिका, सहायक शिक्षिका व शिक्षामित्र के बीच अक्सर अनबन रहती है। मंगलवार को विवाद ने इतना तूल पकड़ लिया कि प्रधान शिक्षिका ने सुबह स्कूल गेट का ताला ही नहीं खोला। इससे स्टाफ और बच्चे बाहर खड़े ताला खुलने का इंतजार करते रहे।
मामले की सूचना बीआरसी पर बीईओ को मिली। बीईओ ने फोन से शिक्षिका को समझा बुझाकर ताला खुलवाया। करीब 10 बजे स्कूल गेट खुला। बीईओ अरुणोदय कुमार ने बताया कि शिक्षिकाओं व शिक्षामित्र में आने जाने, पठन पाठन व अन्य कार्यों को लेकर तनातनी रहती है। अब प्रधान शिक्षिका को समझाकर स्कूल खुलवाया दिया गया और सभी को सामंजस्य के साथ स्कूल संचालन को कहा गया है। बाकी रिपोर्ट बीएसए को भेजूंगा।