प्रधानाध्यापक द्वारा आत्महत्या करने के बाद चर्चा में आए विद्यालय का अब कोई प्रधानाध्यापक बनने के लिए तैयार नहीं, शिक्षिका ने किया साफ इंकार

 

गजरौला। प्रधानाध्यापक संजीव कुमार द्वारा आत्महत्या करने के बाद चर्चा में आए सुल्तानठेर के संविलियन विद्यालय का अब कोई प्रधानाध्यापक बनने के लिए तैयार नहीं है। जिन परिमा शर्मा को वरिष्ठता के आधार पर प्रधानाध्यापिका बनाए जाने की तैयारी थी, उन्होंने साफ इन्कार कर दिया। उनका कहना है कि उन्होंने विभाग के आला अफसरों को लिख कर दिया है कि प्रधानाध्यापक की कुर्सी नहीं चाहिए।


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बीते मंगलवार की सुबह सुल्तानठेर के संविलियन विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजीव कुमार ने स्कूल के कमरे में फांसी पर लटककर जान दे दी थी। आत्महत्या करने से पहले उन्होंने सुसाइड नोट लिखा। जिसमें अपनी खुदकुशी के लिए बीएसए डॉ.मोनिका, विद्यालय के सहायक अध्यापक राघवेंद्र सिंह व राघवेंद्र सिंह की पत्नी सरिता सिंह को जिम्मेदार ठहराया। शिक्षक दंपती को निलंबित कर दिया गया। घटना के बाद से दोनों फरार हैं। उधर, स्कूल संचालन के लिए विद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिका परिमा शर्मा को प्रधानाध्यापक बनाए जाने की तैयारी है लेकिन वह प्रधानाध्यापक बनने के लिए तैयार नहीं हैं। इस बाबत उन्होंने विभाग के आला अफसरों को लिखकर दिया है।




वह शनिवार सुबह थाने पहुंची। यहां पर उन्होंने कहा कि वह किसी भी कीमत पर प्रधानाध्यापिका बनना नहीं चाहतीं। खंड शिक्षा अधिकारी आरती गुप्ता का कहना है कि परिमा शर्मा को प्रधानाध्यापक बना दिया गया है, लेकिन वह क्यों इनकार कर रही हैं, यह उनका निर्णय है।


तीन दिन बाद आई स्कूल में बिजली

गजरौला। सुल्तानठेर के संविलियन विद्यालय की गिनती जिले के सबसे अच्छे स्कूलों में की जाती थी। यहां छात्र-छात्राओं का अनुशासन विभाग के अफसरों को सराहना करने के लिए मजबूर कर देता था। मगर बीते मंगलवार की सुबह प्रधानाध्यापक संजीव कुमार ने फंदे पर झूल कर जान दे देने की घटना से कई दिन तक पढ़ाई का माहौल नहीं बन पाया। स्कूल की बिजली आपूर्ति भी ठप हो गई। जिससे स्टाफ व विद्यार्थियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। तीन दिन बाद शनिवार को बिजली आने पर राहत की सांस ली। स्कूल के एक शिक्षक ने बताया कि बुधवार से स्कूल में बिजली नहीं आ रही थी। शनिवार की सुबह बिजली विभाग के लाइन मैन गए। उन्होंने आपूर्ति सुचारू कराई।



लखनऊ की विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा सुसाइड नोट

गजरौला। सुल्तानठेर के संविलियन विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने आत्महत्या करने से पहले 18 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा। यह सुसाइड उनका ही है या किसी और ने बनाया, इसकी जांच के लिए सुसाइड नोट को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। उसके बारे में पुलिस अलग-अलग बिंदुओं पर जांच कर रही है। पुलिस सुसाइड नोट को जांच के लिए लखनऊ की विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजेगी। सीओ श्वेताभ भास्कर का कहना है कि सुसाइड नोट जांच के लिए मुरादाबाद से विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा।


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खंड शिक्षा अधिकारी ने थाने में दर्ज कराए अपने बयान

गजरौला। शनिवार सुबह पुलिस ने खंड शिक्षा अधिकारी आरती गुप्ता, विद्यालय की वरिष्ठ शिक्षिका परिमा शर्मा, शिक्षक प्रदीप सिरोही को थाने बुलाया। उनको पुलिस ने घटना के बाद कब्जे में लिए स्कूल के दस्तावेज दिखाए। मिड-डे-मील रजिस्टर, छात्र-छात्रा पंजीकरण और उपस्थिति रजिस्टर आदि दिखाए। उनमें लिखावट को दिखाया कि यह संजीव कुमार की है या किसी और की। सुसाइड नोट में लेख आत्महत्या कर चुके संजीव कुमार का ही है या किसी अन्य ने लिखा है। पुलिस ने खंड शिक्षा अधिकारी, परिमा शर्मा, प्रदीप सिरोही के बयान दर्ज किए।