प्रयागराज। समाज कल्याण विभाग की ओर संचालित
आश्रम पद्धति बालिका विद्यालयों में अनियमितता की जांच की कार्रवाई फिर से तेज हो गई है। लखनऊ विशेष जांच दल (एसआईटी) को जिला समाज कल्याण ने 2200 पन्नों के अभिलेख सौंप दिए हैं। इसी के आधार पर एसआईटी ने आगे की जांच शुरू कर दी है।
कोरांव, कौड़िहार, सुरवल सहनी और खाई करछना के चार राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालयों में करोड़ों के गबन मामले में एसआईटी ने तीन जून 2024 को तत्कालीन जिला समाज कल्याण अधिकारी प्रवीण कुमार सिंह, तत्कालीन प्रभारी प्रधानाचार्य रेनू सिंह, छोटेलाल, जीत लाल पटेल, छात्रावास अधीक्षक अमित शुक्ला, विद्यालयों में कार्यरत पटल सहायकों के खिलाफ धोखाधड़ी व साजिश रचने के तहत केस दर्ज किया था।
जांच को आगे बढ़ाने के लिए एसआईटी ने अगस्त में जिला समाज कल्याण विभाग से चार साल (2018- 2022) तक विद्यालयों में होने वाले कार्य, अधिकारियों की तैनाती, कार्मिकों का विवरण, छात्रों की सूची, विद्यालयों की पत्रावली आदि जानकारियां मांगी गई थीं।
हर एक विद्यालयों के 500 से अधिक पन्ने :
एसआईटी की ओर से मांगी गईं चारों विद्यालयों की जानकारियों को एकत्र करने में जिला विभाग को डेढ़ माह का वक्त लग गया। अभिलेखों में कोरांव, कौड़िहार, सुरवल सहनी और खाई करछना के चार राजकीय आश्रम विद्यालयों में तैनात कार्मिकों का विवरण, छात्रों की सूची, प्रधानाचार्य व अध्यापकों की तैनाती, विद्यालयों के सभी कार्य आदि सभी जानकारियां दी गई हैं।