पीसीएस और समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) की प्रारंभिक परीक्षा को एक पाली में एक साथ कराने की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्रों ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अभियान चलाया। सुबह दस बजे से एक्स पर वन शिफ्ट और वन डे एग्जाम हैशटैग से अभियान शुरू होने के साढ़े तीन घंटे में ही 65 हजार से अधिक यूजर्स प्रतिक्रिया दे चुके थे। एक समय ऐसा भी आया जब यह हैशटैग एक्स पर टॉप पर ट्रेंड कर रहा था। शाम तक एक लाख से अधिक यूजर्स ने प्रतिक्रिया दी।
प्रतियोगी छात्र संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने बताया कि छात्रों की मांग पूरी तरह से जायज है, जिसे लेकर चलाए गए अभियान में भारी संख्या में प्रतियोगी छात्रों ने प्रतिभाग किया। हमारी मांग है कि सभी छात्रों की परीक्षा पूर्व की भांति एक पाली में कराई जाए, जिससे नॉर्मलाइजेशन के नाम पर होने वाले भ्रष्टाचार को रोका जा सके। यह आंदोलन की शुरुआत है अगर आयोग हमारी मांगें नहीं मानता तो प्रतियोगी छात्र जल्द व्यापक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
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छात्रों का कहना है कि परीक्षा अलग-अलग तिथियों पर कराने का आयोग का निर्णय सही नहीं है। एक से अधिक पाली में होने वाली परीक्षाओं में अंक देने के लिए नॉमलाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई जाती है, जो एक फॉर्मूले के तहत किया जाता है। प्रतियोगी छात्रों को इस पर विश्वास नहीं है।