धोखाधड़ी की वारदातों में इजाफा, 31 तरीके अपना रहे हैकर्स, सबसे ज्यादा मामले यूपी से

 कानपुर। देश में हैकर्स अलग-अलग 31 तरीकों से फ्रॉड कर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। कोई लालच देकर बैंक अकाउंट खाली कर रहा है तो कोई फर्जी मेल भेज कर कंपनी का जरूरी डाटा ही उड़ा ले रहा है। आईआईटी कानपुर अब ऐसे 31 अलग-अलग तरीकों को चिह्नित कर लोगों को जागरूक कर रहा है। साइबर सुरक्षा जागरुकता माह में संस्थान के सी3आई हब ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक करना शुरू किया है। 



साथ ही साइबर फ्रॉड में फंसने की पहली सीढ़ी पासवर्ड होती है, जिसे मजबूत करने के लिए आईआईटी ने पासवर्ड दिशा-निर्देश भी जारी की है। आईआईटी कानपुर में स्थापित सी3आई हब देश की चुनिंदा लैब में से एक है, जहां साइबर सुरक्षा को लेकर टूल, सिस्टम, डिवाइस व तकनीक विकसित की जा रही है। यहां क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को हैकर्स से सुरक्षित रखने के कई टूल व सिस्टम भी विकसित किए गए हैं और रिसर्च निरंतर जारी है।


साइबर ठगों से बचने के लिए अपनाएं से तरीके, अनजान लिंक से रहें दूर

1. फिशिंग अटैक्स अनजान लिंक को न खोले। पर्सनल इंफॉर्मेशन शेयर न करें।


2. नॉर्मल पासवर्ड पासवर्ड को मजबूत बनाएं। स्पेशल कैरेक्टर संग बनाएं पासवर्ड।


3. गूगलिंग हेल्पलाइन नंबर से सतर्क रहे। फेक हेल्पलाइन नंबर, वेबसाइट कर सकते हैं फ्रॉड।


4. रैनसमवेयर अटैक यह एक वायरस है, जिस पर क्लिक करते ही किसी भी सरकारी, प्राइवेट कंपनी का डाटा व रिकार्ड हैक या खत्म हो जाते हैं।


5. अनचाहे जॉब ऑफर्स मेल या सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफॉर्म पर अनचाहे जॉब ऑफर्स पर क्लिक न करें और न ही पर्सनल इंफॉर्मेशन शेयर करें


6. मॉलवेयर अटैक यह एक वायरस है, जिस पर क्लिक करते ही आपका डिवाइस में खराबी आ जाती है और पूरा डाटा असुरक्षित हो जाता है।


7. अनवांटेड एप असुरक्षित एप को डाउनलोड न करें। यह आपके पर्सनल डाटा को चोरी करने के साथ आपके सिस्टम को खराब कर सकता है।




ये हैं पासवर्ड गाइडलाइंस

● कम से कम 12 अक्षरों का पासवर्ड हो

● पासवर्ड में व्यक्तिगत जानकारी का इस्तेमाल न करें

● ट्रांजिट में पासवर्ड एन्क्रिप्ट करें

● पासवर्ड बदलते रहे बायोमेट्रिक पासवर्ड का उपयोग कर सकते हैं