शिक्षा विभाग में सर्वेयर के पद पर भाई-बहन की नियुक्ति कराने का झांसा देकर उनसे 16 लाख 50 हजार रुपये ठग लिए। खास बात यह है कि जालसाजों ने बीएसए दफ्तर में ही दोनों को नियुक्तिपत्र दिया। सर्वे से संबंधित किट और स्कूल व मदरसों की सूची भी दी। कई माह तक वेतन न आने पर भाई-बहन ने विरोध किया तो गाली-गलौज करते हुए धमकी दी। पीड़ित भाई-बहन ने तालकटोरा थाने में आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।
ये भी पढ़ें - पदोन्नत्ति मामले में सचिव बेसिक शिक्षा परिषद प्रयागराज को नोटिस
रिश्तेदार के जरिए हुई थी आरोपियों से पहचान: राजाजीपुरम ई ब्लॉक निवासी अर्चना सैनी के मुताबिक रिश्तेदार मनीष सैनी सचिवालय में कार्यरत हैं। मार्च 2023 में मनीष के जरिए ही आरोपित शुभम श्रीवास्तव से मुलाकात हुई। शुभम ने संविदा पर नियुक्तियां कराने का दावा किया। अर्चना को शिक्षा विभाग में सर्वेयर पर दिलाने का दावा करते हुए शुभम ने तीन लाख रुपये लिए। युवती के भाई की नियुक्ति सरकारी विभाग में कराने के नाम पर 13 लाख 50 हजार रुपये लिए थे।अर्चना का रिश्तेदार मनीष भी साथ था। जिसने भरोसा दिलाया था कि रुपये देते ही नियुक्ति मिल जाएगी।
ये भी पढ़ें - तो सुरक्षित नहीं रह गई एडेड माध्यमिक शिक्षकों की नौकरी!, क्या है असल समस्या जानिए
बीएसए ऑफिस के कर्मचारियों पर भी आरोप: मुकदमे में अर्चना ने बीएसए दफ्तर के कमरा नम्बर 14 में बाबू अभिषेक से मुलाकात होने का भी जिक्र है। पीड़िता के मुताबिक लिपिक अभिषेक ने ही उसे नियुक्ति पत्र दिया था। फिर अर्चना के घर पर ज्वाइनिंग किट भी भेजी थी। पीड़िता के मुताबिक अभिषेक के कहने पर ही कम्प्यूटर सेक्शन में संदीप से मुलाकात हुई थी। पीड़िता के मुताबिक आरोपियों ने दावा किया था कि चार साल के लिए नियुक्ति हुई है।
ये भी पढ़ें - धोखाधड़ी की वारदातों में इजाफा, 31 तरीके अपना रहे हैकर्स, सबसे ज्यादा मामले यूपी से
वेतन मांगने पर गोली मारने की दी धमकी: अर्चना के मुताबिक कई माह तक तनख्वाह नहीं मिली। फोन करने पर शुभम ने बताया कि सैलरी 45 दिनों में आती है। चिंता मत करो जल्द ही सैलरी मिल जाएगी। इसके बाद तनख्वाह नहीं मिली। पीड़िता ने रिश्तेदार मनीष से इस बात की शिकायत की थी। जिसने भी कुछ दिन इंतजार करने को कहा। वहीं, अर्चना के भाई मयंक की नियुक्ति भी नहीं होने पर शुभम से रुपये लौटाने को कहा गया। इस पर आरोपी ने युवती और उसके भाई को गोली मारने की धमकी दी थी।