12 साल प्रभावित रही छह हजार बच्चों की पढ़ाई, दूसरे परिषदीय स्कूलों में 2012 से अब तक चलती रही शिक्षकों की संबद्धता


लखनऊ। नगर क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में शिक्षक-

छात्र अनुपात को दरकिनार कर दूसरे स्कूलों में शिक्षकों की संबद्धता करने के मामले में अब विभागीय स्तर से कार्रवाई की जा रही है। ... लेकिन 2012 से अब तक शिक्षकों की कमी के चलते करीब छह हजार बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई।


दरअसल संबद्धता के एक साल बाद ही इन शिक्षकों की वापसी मूल स्कूल में होनी थी लेकिन अधिकारी बदलते रहे और बीआरसी पर बाबू मामले को दबाते रहे। मामला उजागर होने के बाद कार्रवाई शुरू हुई और 31 शिक्षकों को मूल विद्यालय जाने का आदेश जारी हुआ। इसके बाद आरोपी शिक्षक कोर्ट गए तो वहां भी राहत नहीं मिली। बता दें कि 40 शिक्षकों में नौ सेवानिवृत्त हो चुके हैं। वहीं 31 विद्यालयों में अब शिक्षकों की कमी दूर हो सकेगी। करीब 12 शिक्षकों ने अभी जॉइन नहीं किया है, इससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। (संवाद)

■ प्राथमिक विद्यालयों के ये 24 शिक्षक मिले अन्य स्कूलों में संबद्ध

अर्चना गौतम (गाजीपुर से तेलीबाग), प्राची (पारा से ( भरवारा), अर्चना (गोसाईगंज 2 से गौराबाग),अर्चना श्रीवास्तव (घोसियाना से चिनहट), गीतांजलि

(गाजीपुर बलराम से गाजीपुर), अर्चना (शुक्ला बाजार झाऊलाल से पानीगांव), भुवनेश्वरी (भरवारा प्रथम से पारा), मृदला सचान (अमोसी-टू से भिलावां), प्रेमलता सिंह (मड़ियांव से अलीगंज), आरती सिंह (स्कूटर इंडिया से खरगपुर), अलका गौड़ (अमरई गांव से सिंकदरपुर), अनुराधा सचान (गाजीपुर बलराम से चांदन), अनुपम यादव रहिमाबाद से कसिमपुर), भावना (लौंगाखेड़ा से भेड़ीमंडी), परवीन खानम (मर्दनखेड़ा से पंचमखेड़ा)
सुनीता (खरिका से नगर क्षेत्र), शमा बेगम (उत्तरेठिया से मर्दनखेड़ा), अनुपम वर्मा (कनौसी-टू से मर्दनखेड़ा), प्रीता श्रीवास्तव (बल्दीखेड़ा से आशियाना), पारुल श्रीवास्तव (बरौलिया से कनौसी प्रथम), नीतू दिवाकर (स्कूटर इंडिया से सालेह नगर), सुष्मिता श्रीवास्तव (कैबिनेटगंज से रेलवे), शर्मिला मिश्रा (केसरी खेड़ा नगर-टू से उतरेठिया), पुष्पा कटियार (घोसियाना से शेखपुर)।



तत्कालीन बाबू और बीईओ पर लटकी कार्रवाई की तलवार

मामला सामने आने के बाद तत्कालीन बीईओ और बाबुओं पर कार्रवाई की तैयारी है। तत्कालीन बीईओ नगर शिक्षा अधिकारी पंकज गुप्ता के कार्यकाल में ही सारा खेल हुआ था। वहीं बीएसए ने वर्तमान सभी बीईओ को चेतावनी जारी कर दी है कि जिसके क्षेत्र में भी संबद्ध शिक्षक मिले तो सख्त कार्रवाई होगी।


ये सात और शिक्षक आए पकड़ में
ज्योति कश्यप (बर्फखाना से घसियारी मंडी), पंकज कुमार मिश्रा (धनेहरखेड़ा से गंगादीन खेड़ा), रुकैया (मिश्रिख बाग से भरवारा), दीपामाला (सआदतगंज से कनौसी-2), आशुतोष (जवाहर नगर से घोसियाना), आरती सिंह (किला मोहम्मदी से उतरेठिया), अरुण विश्वकर्मा (औरंगाबाद से इंडियन खेड़ा)।
बीईओ होंगे जिम्मेदार
शिक्षकों के संबद्ध होने से मूल विद्यालय में शिक्षकों की कमी थी, अब 31 विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर होगी। जो शिक्षक संबद्ध पाए जाएंगे, उसके लिए बीईओ जिम्मेदार होंगे।
राम प्रवेश, बेसिक शिक्षा अधिकारी