अमेठी सिटी। विद्यालयों में गुणवत्ता परक शिक्षा देने के लिए शासन की ओर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। अब परिषदीय स्कूलों में नव प्रयोगों को बढ़ावा देने के लिए नवाचार मेले आयोजित किए जाएंगे। विद्यालय एक-दूसरे के अच्छे नव प्रयोगों को लागू करेंगे।
जिले में 1570 परिषदीय विद्यालय व कंपोजिट विद्यालय हैं। बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक हैं, जो कठिन से कठिन पाठ को भी छात्रों को आसानी से समझा देते हैं। वह माडल तैयार कर विद्यार्थियों को बेहतर ढंग से शिक्षण कार्य करा रहे हैं। ऐसे शिक्षकों की प्रतिभा का लाभ दूसरे विद्यालय के भी शिक्षक ले सकें, इसके लिए शासन ने विद्यालयों में नव प्रयोगों को बढ़ावा देने की पहल की है
जिले में 1570 परिषदीय विद्यालय व कंपोजिट विद्यालय हैं। बड़ी संख्या में ऐसे शिक्षक हैं, जो कठिन से कठिन पाठ को भी छात्रों को आसानी से समझा देते हैं। वह माडल तैयार कर विद्यार्थियों को बेहतर ढंग से शिक्षण कार्य करा रहे हैं। ऐसे शिक्षकों की प्रतिभा का लाभ दूसरे विद्यालय के भी शिक्षक ले सकें, इसके लिए शासन ने विद्यालयों में नव प्रयोगों को बढ़ावा देने की पहल की है।
बेसिक शिक्षा विभाग नव प्रयोगों को लेकर नवाचार मेले आयोजित करने की कोशिश में जुटा है। विभाग का मानना है कि नवाचार मेले के माध्यम से नव प्रयोगों की मदद से गुणवत्ता परक शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा तो शिक्षकों में प्रतिस्पर्धा की भावना जाग्रत होगी। बच्चों की शैक्षिक क्षमता में सुधार होगा।
ज्ञान के आदान प्रदान को लेकर होगा संवाद
ब्लॉक स्तर पर ज्ञान के आदान प्रदान को लेकर शिक्षकों के बीच संवाद कार्यक्रम होगा। यह कार्यक्रम दो दिन चलेगा। इस कार्यक्रम में शिक्षक शिक्षण कार्य के लिए किए जा रहे नव प्रयोगों को लेकर आपस में चर्चा करेंगे। शिक्षकों को अच्छे नव प्रयोगों के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
मेला आयोजन की चल रहीं तैयारियां
बीएसए संजय कुमार तिवारी ने बताया कि नवाचार मेलों के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। कार्यक्रम का आयोजन करने का निर्देश बीईओ को दिया गया है।