राज्य मुक्त विद्यालय ही नहीं फर्जी ठेके देकर भी लाखों ठगे



प्रयागराज। फर्जी राज्य मुक्त
विद्यालय बनाकर लोगों से ठगी करने वाले ने हर घर नल, हर घर जल योजना के ठेके में भी फर्जीवाड़ा किया है। खुद को ठेकेदार बताते हुए उसने पांच लोगों को पेटी ठेकेदार बनाया और पांच पांच लाख रुपये ले लिए।


पांचों से गांवों में काम करवाया और बिना भुगतान किए भाग गया। पीड़ितों ने आरोपी राजमन गौड़ के खिलाफ झूसी थाने में केस दर्ज करवाया है। लखनऊ के थाना इंदिरा नगर के 638/के. शिव सिटी जरहरा मानस ग्रीन निवासी राजमन गौड़ ने 2016-17 में फर्जी राज्य मुक्त विद्यालय बनाया।

राज्य मुक्त विद्यालय बनाने की योजना प्रदेश सरकार की थी। योजना अब तक अमल में नहीं आई और राजमन ने विद्यालय का गठन करके लोगों को अंकपत्र बांटने लगा।

वर्ष 2018 में राजमन लखनऊ में पकड़ा गया। जेल से छूटने के बाद वह फिर से फर्जी अंकपत्र बनाने लगा। उसने मुक्त विद्यालय का प्रयागराज और लखनऊ में कार्यालय खोला और चार वेबसाइट बनाकर ठगी की।


अफसरों में पैठ होने की वजह से आरोपी ने ठगी का दूसरा धंधा भी शुरू किया। उसने गोंडवाना रिसर्च फाउंडेशन नामक संस्था बनाई और झुंसी में कार्यालय खोला। नवंबर- 2022 में संस्था के कर्मचारी भर्ती का विज्ञापन निकाला। राजमन ने क्षेत्र के लोगों को बताया कि उसने हर घर जल हर घर नल योजना के 200 गांवों का टेंडर लिया है।

तहत आरोपी ने कनेहटी बहरिया के अविनाश पटेल, यशवंत बहादुर पटेल, मनापुर सरायइनायत के भानु कुमार पटेल, सरायइनायत के संतोष और मऊआइमा के भोला को ठेकेदार बनाया। उसने पांचों से पांच-पांच लाख रुपये ले लिए और प्रत्येक को काम करने के लिए 40- 40 गांव बताए।

राजमन ने बताया कि इन गांवों में घर-घर नल लगाने पर 55 लाख रुपये मिलेंगे। इस पर पीड़ितों ने 15 से 20 लाख खर्च करके काम किए। इस बीच आरोपी बिना भुगतान किए भाग निकला। पांचों ने जल निगम में पूछताछ की तो पता चला कि वह ठेका किसी और के नाम था। राजमन ने इन लोगों से काम तो करवा लिया लेकिन उसका भुगतान असली ठेकेदार से मिलेगा।
वहीं, असली ठेकेदार भी फरार है।