बेसिक शिक्षा विभाग की सख्ती पर डीबीटी में हुआ सुधार

 

पडरौना, 

डीबीटी पोर्टल पर विद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं व अभिभावकों के आधार वेरिफिकेशन करने में लापरवाही बरतने तथा दस या दस से अधिक आधार वेरिफिकेशन पेंडेंसी होने पर बेसिक शिक्षा विभाग सख्ती का असर शिक्षकों पर देखने को मिला है। 14 दिन पूर्व बीएसए ने जिले के सभी बीईओ, डीसी सामुदायिक सहभागिता सहित बेसिक से संचालित 131 स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन रोक दिया था। इसके अलावा 92 स्कूलों के संबंधित विभागाध्यक्षों को पत्र लिखकर उन स्कूलों के शिक्षकों का वेतन रोकने की मांग की थी। बीएसए ने इन स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर पेंडेंसी को समाप्त कर एक सप्ताह के अंदर बीईओ के माध्यम से रिपोर्ट मुहैया कराने का आदेश दिया था। पिछले कुछ दिनों में काफी सुधार हुआ है। शिक्षक स्तर पर आधार वेरिफिकेशन पेंडेंसी 50 फीसदी रह गई है। इस पर सिर्फ 31 स्कूलों का वेतन रोक अन्य स्कूलों के शिक्षकों का वेतन जारी कर दिया है।



बेसिक शिक्षा विभाग से 2464 परिषदीय स्कूल, 54 एडेड बेसिक स्कूल, 55 एडेड माध्यमिक स्कूल, 14 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, 24 एडेड मदरसा, संस्कृत बोर्ड, समाज कल्याण विभाग से संचालित समेत कुल 2665 स्कूलों में 242366 बच्चें प्रेरणा पोर्टल पर नामांकित हैं। स्कूलों में नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। इन स्कूलों में पढने वाले बच्चों के अभिभावकों के खाता में विभाग द्वारा डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर योजना के तहत 1200 रूपये प्रदान की जाती है। इस धनराशि से बच्चों के अभिभावकों को दो सेट यूनीफार्म, जूता-मोजा, स्वेटर, स्कूल बैग व स्टेशनरी आदि सामान की खरीदारी करनी है। विभाग ने नये सत्र में नामांकित बच्चों में से 234639 तथा 240648 अभिभावकों के खाता को वेरीफाई कर अपडेट कर दिया है। 



विभाग द्वारा अब तक प्रथम चरण में 131666 बच्चों तथा दो चरणों में मिला कर कुल 168948 बच्चों के अभिभावकों के खाता में डीबीटी के माध्यम से रूपये भेजा जा चुका है। शेष बच्चों का डाटा वेरीफाई चल रहा है। डीबीटी पोर्टल पर सर्वाधिक पेंडेंसी वाले विद्यालयों के समस्त कर्मचारियों का वेतन बाधित करने के लिए एक सप्ताह पूर्व नोटिस जारी किया गया था। डीबीटी पोर्टल पर 20002 बच्चों का आधार वेरीफाई पेंडिंग है। इनमें से 6997 बच्चों का नया नामांकन होने के कारण आधार नहीं बना है। शेष 13 हजार बच्चों का आधार वेरीफाई हर हाल में करना था। डीबीटी पोर्टल पर बच्चा समेत माता या पिता या अभिभावक के आधार वेरीफाई होना है।




 बीएसए ने पिछले 17 अगस्त को सख्ती दिखाते हुये जिले में तैनात सभी 12 बीईओ, जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता तथा दस या दस से अधिक पेंडेंसी वाले स्कूलों में 2464 परिषदीय में 98 परिषदीय विद्यालय, 27 एडेड बेसिक, 6 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय समेत कुल 131 के शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन रोका दिया था। इसके अलावा 42 माध्यमिक एडेड, 25 समाज कल्याण विभाग से संचालित विद्यालय, 25 एडेड मदरसा के शिक्षकों को वेतन रोकने के लिए संबंधित विभागध्यक्ष को पत्र लिखा था। बीएसए ने इन स्कूलों में तैनात प्रधाध्यापक, सहायक अध्यापक, अनुदेशक व शित्रामित्र का वेतन रोक कर नोटिस जारी किया था। बीएसए ने इन विद्यालयों के सभी शिक्षकों व कर्मचारियों को नोटिस जारी कर तीन दिन के अंदर पेंडेंसी को समाप्त करने तथा एक सप्ताह के अंदर बीईओ के माध्यम से स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया था। बीएसए के सख्ती का असर हुआ कि सिर्फ 14 दिन में पेंडिंग 10 हजार में 5100 का आधार वेरीफाई हो गया। सिर्फ 4900 अवशेष है। इस पर बीएसए ने बेसिक के 98 में 66 स्कूल व बेसिक एडेड के 27 स्कूल में से 18 स्कूल के शिक्षकों व कर्मचारियों का वेतन जारी कर दिया है। पेंडेंसी 22 बेसिक व 9 बेसिक एडेड के सभी स्टॉफ व सभी बीईओ व डीसी का वेतन रूका हुआ है।




इन मदों में जारी हुये 1200 रूपये


दो जोड़ी ड्रेस- 600 रूपये


स्वेटर- 200 रूपये


जूता-मोजा- 125 रूपये


स्कूल बैग- 175 रूपये


स्टेशनरी- 100 रूपये


प्रेरणा पोर्टल पर डीबीटी का लाभ देने के लिए बच्चों व अभिभावकों का आधार का वेरिफिकेशन होना जरूरी है। आधार वेरिफिकेशन में पेंडिंग वाले 31 स्कूलों के शिक्षकों व कर्मचारियों के अलावा सभी बीईओ व जिला समन्वयक को वेतन रोका गया है। अन्य स्कूलों के सभी स्टॉफ का वेतन जारी कर दिया गया है।


डॉ. रामजियावन मौर्य, बीएसए कुशीनगर