लौटाए नहीं जाएंगे लेट आए स्कूली बच्चे : एडी बेसिक

 मैनपुरी/आगरा, चाहे 30 सैकेंड की हो या एक मिनट की देरी। बच्चे को स्कूल में प्रवेश नहीं मिलेगा। सभी निजी स्कूलों में यही कानून चलता है। लेकिन, अब ये कानून नहीं चल पाएगा। मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) ऐश्वर्या लक्ष्मी ने साफ कह दिया है कि बच्चा अगर स्कूल आ गया है तो उसे किसी भी सूरत में वापस नहीं भेजा जाएगा। उसे बाकायदा दूसरे बच्चों की तरह ही प्रवेश देना होगा।



दरअसल, एक चालक के बेतरतीब तरीके से वाहन चलाने के अंदाज ने इस कानून को बदल डाला। विगत बुधवार को एडी बेसिक सुबह स्कूल समय पर निरीक्षण को निकली थीं। उन्होंने एमजी रोड पर एक स्कूल वैन को दौड़ते देखा। चालक वैन को कभी यहां तो कभी वहां घुमा रहा था। स्पीड भी अधिक थी। वैन में स्कूली बच्चे भी सवार थे। ये देख एडी बेसिक हैरान रह गईं। उन्होंने वैन को संजय प्लेस पर रुकवा लिया। वहीं पर चालक की क्लास ली। चालक से इस तरह आनन-फानन में वैन ले जाने का कारण पूछा। इस पर चालक घबराते हुए बताया कि अगर स्कूल पहुंचने में देरी हो जाती तो बच्चों को गेट से लौटा दिया जाता। एडी बेसिक ने मंडल के सभी जिला बेसिक शिक्षाधिकारी, राजकीय, अशासकीय और वित्त विहीन मान्यता प्राप्त विद्यालयों के संचालकों को निर्देश जारी किए हैं।एडी बेसिक ने मंडल के सभी स्कूल संचालकों को निर्देश दिए हैं कि स्कूल वैन, बस, ऑटो या निजी वाहनों से आने वाले बच्चे यदि निर्धारित समय से कुछ बिलंब से विद्यालय पहुंचे हैं तो उन्हें विद्यालय में प्रवेश दिया जाए। वाहन चालकों को निर्धारित गति सीमा से चलने के लिए निर्देशित करें। स्कूल वैन, बस, ऑटो आदि में ग्रिल की व्यवस्था करें। ताकि, बच्चे हाथ, सिर आदि बाहर न निकाल सकें।


इन आदेशों पर तुरंत हो कार्रवाई

1 : स्कूल तक बच्चों को लाने और ले जाने के लिए ऑटो लगे हैं। उनमें निर्धारित सीटों से अतिरिक्त बच्चों को बिठाया जाता है। इसमें कुछ बच्चे लटकते हैं। स्कूल प्रशासन इन पर अंकुश लगा दे।


2 : मंडल के सभी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावक भी अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करें। बच्चों को समय से विद्यालय भेजने के लिए संस्था के अधिकारियों का पूर्ण सहयोग करें।


5 : आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और मैनपुरी के जिला बेसिक शिक्षाधिकारी समय-समय पर वाहन चालकों द्वारा बच्चों को लाने और ले जाने का निरीक्षण करें। ताकि कोई अप्रिय घटना घटित न हो।