तिलक-कलावा प्रकरण में अब शिक्षिका के समर्थन में आए शिक्षक

अमरोहा 
देहात थाना क्षेत्र के एकेजी इंटर कॉलेज में छात्रा को माथे पर तिलक और हाथ में कलावा बांधने से रोकने का मामला गरमाने लगा है। हालांकि, मामले में छात्रा के साथ गलत व्यवहार करने को लेकर शिक्षिका का निलंबित कर दिया गया था, लेकिन अब स्कूल के शिक्षकों ने शिक्षिका पर हुई कार्रवाई का गलत बताया है। इस संबंध में उन्होंने प्रधानाचार्य को ज्ञापन भी सौंपा है।

क्षेत्र के एक गांव निवासी ग्रामीण की बेटी जलालपुर धना गांव के एकेजी इंटर कॉलेज में कक्षा नौ की छात्रा है। आरोप है कि बुधवार को बेटी विद्यालय में पढ़ने गई थी। तभी, शिक्षिका आरती ने माथे पर तिलक लगाने और हाथ में कलावा बांधकर आने का विरोध किया। कहा था कि तिलक लगाने और कलावा बांधकर नहीं आना है। पढ़ाई पर ध्यान दो, भगवान आपको परीक्षा में पास नहीं करा पाएगा। आरोप है था कि उन्होंने किसी को भी तिलक नहीं लगाने और कलावा बांधकर स्कूल आने से रोकने की बात कही थी।


मामले में छात्रा के पिता ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने और घटना के बाद से बेटी का मानसिक संतुलन बिगड़ने का आरोप लगाया था। मामले में शिकायत के आधार पर जिला विद्यालय निरीक्षक विष्णु प्रताप सिंह ने कॉलेज प्रबंधन को पत्र लिखकर आख्या मांगी है। साथ ही प्रकरण की जांच कर शिकायत सही पाए जाने पर संबंधित शिक्षिका को निलंबित कर दिया था।



 अब कॉलेज के शिक्षक शिक्षिका के समर्थन में उतर आए हैं।
शुक्रवार को शिक्षकों ने प्रबंधक को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि छात्रा के पिता की शिकायत पर की गई कार्रवाई गलत है, जबकि उन्होंने संशय दूर होने पर उन्होंने शिकायत वापस ली थी। उसके बाद भी शिक्षिका को बिना समय दिए निलंबित कर दिया गया। उन्होंने ऐलान किया कि यदि जल्द ही शिक्षिका का निलंबन वापस नहीं लिया गया तो वह कार्य बहिष्कार करने को मजबूर हो जाएंगे।
मामले की जांच की जा रही है। आरोपों के आधार पर हुई जांच के बाद ही शिक्षिका पर निलंबन की कार्रवाई की गई। शिक्षकों की मांग के आधार पर जांच कराई जाएगी। - विष्णु प्रताप सिंह, डीआईओएस।