ज्ञानपुर। परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए शासन की ओर से कई कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। शिक्षण कार्य की गुणवत्ता बनाए रखने और बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए शिक्षकों को लेसन प्लान (पाठ योजना) तैयार कर शिक्षण कार्य करने को कहा गया है।
इसके तहत पंजीकृत कक्षा एक से आठ तक के विद्यार्थियों को गुणवत्तापरक व सटीक ढंग से पढ़ाई कराने के लिए शिक्षकों का लेसन प्लान काम आएगा। यदि किसी अधिकारी की ओर से स्कूलों का निरीक्षण किया जाता है तो इसे शिक्षकों को दिखाना भी पड़ेगा।
जिले में प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक व कंपोजिट विद्यालय मिलाकर 885 विद्यालय संचालित हैं। इन स्कूलों में शिक्षकों को पाठ योजना तैयार करके शिक्षण कार्य करने का आदेश शासन की ओर से दिया गया था। अब जिलास्तर पर अधिकारी इसकी निगरानी करेंगे।
शिक्षाधिकारी निरीक्षण के दौरान शिक्षकों के लेसन प्लान के बारे में भी जानकारी लेंगे।
वहीं मौजूदा समय में ब्लॉक संसाधन केंद्रों पर शिक्षकों के चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम में शिक्षकों को नवीन पाठ्य पुस्तकों से पठन-पाठन के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।
बीआरसी में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण में उन्हें नए पाठ्यक्रम को पढ़ाने के तरीके से लेकर पाठ्य योजना तैयार करने तक की जानकारी दी जा रही है। अब शिक्षकों को अगले दिन क्या पढ़ाना है, इसका पूरा विवरण तैयार करके रखना होगा।
कक्षा में बच्चों को क्या पढ़ाना है। इसके लिए शिक्षकों को अगले दिन की कार्ययोजना तैयार करके रखने का निर्देश शासन की ओर से दिया गया है। इससे शिक्षकों को अध्यापन में आसानी होगी और बच्चों को भी बेहतर शिक्षा हासिल हो सकेगी।
भूपेंद्र नारायण सिंह, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी।