भोगांव। गांव हरगनपुर निवासी हेमसिंह हत्याकांड में स्वाट टीम और थाना पुलिस ने शनिवार को मुख्य आरोपी बिजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। वह काफी समय से फरार चल रहा था। उधर गिरफ्तारी की मांग को लेकर मृतक की पत्नी कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठी थी। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद धरना भी समाप्त हो गया। मृतक के प्लॉट को हथियाने को लेकर हत्या की गई थी।
थाना क्षेत्र में रजवाना नहर पुल के पास 25 जनवरी को शिक्षक हेमसिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक के भाई विमल राजपूत ने मृतक के फूफा पूरन सिंह, दलवीर सिंह, ब्रजेंद्र निवासी मुरली नगर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। तमाम प्रयास के बाद भी भोगांव पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी। जिसके बाद एसपी ने एएसपी राहुल मिठास के निर्देशन में एसआईटी गठित की थी। स्वाट टीम प्रभारी कुलदीप दीक्षित और उनकी टीम ने शनिवार को प्रभारी निरीक्षक गगन कुमार गौड़ के साथ मिल कर मुख्य आरोपी बिजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि खुलासे व आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मृतक हेमसिंह की पत्नी कई दिनों से कलेक्ट्रेट में धरने पर बैठी थीं। शनिवार को ब्रजेंद्र की गिरफ्तारी होने के बाद धरना समाप्त कर दिया है।
पुलिस के अनुसार पूछताछ में बिजेंद्र ने बताया कि हेमसिंह ने अपने फूफा पूरन सिंह के साथ 2012 और 2014 में साझे में रेलवे स्टेशन के पास दो प्लॉट खरीदे थे। एक प्लॉट पर हेमसिंह ने अपना घर बना लिया था। बिजेंद्र उक्त प्लॉट को हथियाना चाहता था। जिसको लेकर कई बार पंचायत भी हुई थी। लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका था। पूरन ने षडयंत्र कर दोनों प्लॉट का बैनाम 16 जनवरी 2024 को ब्रजेंद्र के हक में बिना हेमसिंह को बताए कर दिया। मात्र तीन लाख रुपये में बैनामा करा लिया था। कब्जा छुड़वाने को लेकर तीनों ने हेमसिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी।