बलरामपुर। जिले के कंपोजिट विद्यालय पुरुषोत्तमपुर में अंग्रेजी के शिक्षक को कक्षा आठ में अंग्रेजी के पहले पाठ का नाम ही नहीं पता है। इस बात का खुलासा बीते दिन बीएसए द्वारा स्कूलों का निरीक्षण करते समय हुआ। निरीक्षण के समय कई शिक्षक व शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले। बीएसए ने सभी का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ल ने बीते दिन गैसड़ी व पचपेड़वा शिक्षा क्षेत्र के विद्यालयों का निरीक्षण किया। कंपोजिट विद्यालय पुरुषोत्तमपुर में निरीक्षण के समय सहायक अध्यापक रवि प्रकाश द्वारा बताया गया कि प्रधानाध्यापक मुन्नू लाल हस्ताक्षर बनाकर कहीं चले गए हैं। एमडीएम अभिलेख में कई जगह सफेदा लगाकर शब्दों को बदला गया था। सहायक अध्यापक अखिलेश मणि तिवारी एवं मनोज सिंह द्वारा शिक्षक डायरी नहीं दिखाई गई।
यही नहीं, अंग्रेजी पढ़ाने वाले सहायक अध्यापक रवि प्रकाश कक्षा आठ के पहले पाठ का सही नाम भी नहीं बता पाये। इस पर नाराजगी जताते हुए बीएसए ने उनका वेतन रोक दिया है। अनुपस्थित मिले प्रधानाध्यापक मुन्नू लाल व शिक्षक डायरी न दिखाने वाले सहायक अध्यापक मनोज कुमार सिंह का वेतन भी बीएसए न रोक दिया है।
इसके बाद बीएसए प्राथमिक विद्यालय रनियापुर पहंचे। दोपहर एक बजे विद्यालय बंद मिला। बीएसए ने विद्यालय के सभी शिक्षक व कर्मियों का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। पचपेड़वा शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बंजरिया में निरीक्षण में पता चला कि सहायक अध्यापक पवन सिंह हस्ताक्षर बनाकर चले गये हैं। उनका वेतन रोकते हए स्पष्टीकरण मांगा गया है।
प्राथमिक विद्यालय सुगांव में निरीक्षण के समय सहायक अध्यापक वंदना बिना सूचना के अनुपस्थित मिलीं। शिक्षामित्र बृजरानी चौधरी 12 सितंबर से ही अनुपस्थित पाई गईं। प्राथमिक विद्यालय बानगढ़ में भी शिक्षामित्र मोहम्मद नईम खान 18 सितंबर से अनुपस्थित मिले। इस दौरान बीएसए ने कंपोजिट विद्यालय लालपुर दर्जिनिया, प्राथमिक विद्यालय महादेवा, प्राथमिक विद्यालय मजगवां, उच्च प्राथमिक विद्यालय नेवलगढ़, प्राथमिक विद्यालय जिवडिहवा एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय रजडेरवा का भी निरीक्षण किया गया।
बीएसए ने बताया कि अनुपस्थित मिले सभी शिक्षक व शिक्षामित्रों का वेतन अग्रिम आदेश तक रोक दिया गया है। सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। तीन दिन के अंदर संतोषजनक जवाब न मिलने पर सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।