बच्चे के मांसाहार लाने के मामले में प्रधानाचार्य दोषी


 • जांच टीम ने सौंपी रिपोर्ट, तीन बच्चों की फीस नहीं जमा होने को लेकर महिला की मंशा पर भी सवाल





अमरोहाः हिल्टन कान्वेंट स्कूल में कक्षा तीन के मुस्लिम छात्र के मांसाहार लाने व देवी देवताओं के चित्रों का अपमान करने के मामले में छात्र की मां व प्रिंसिपल के बीच हुई नोकझोंक के प्रकरण की जांच पूरी हो गई है। जांच टीम ने रिपोर्ट डीआइओएस को सौंप दी है। इसमें प्रधानाचार्य को अशोभनीय भाषा का प्रयोग करने का दोषी माना गया है। मौजूदा सत्र में तीन बच्चों में किसी की भी फीस न जमा करने को लेकर महिला की मंशा पर भी सवाल उठाए हैं। स्कूल के मुस्लिम छात्र पर आरोप था कि वह मांसाहार लाता है और देवी
देवताओं के चित्र के साथ अशोभनीय हरकत करता है। इसपर तीन सितंबर को प्रिंसिपल ने उसकी मां साबरा को बुलाया था। दोनों में तीखी नोकझोंक हुई थी। इसका वीडियो प्रसारित होने पर डीआइओएस और बीएसए ने तीन-तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की। कमेटी ने हिल्टन स्कूल के प्रिंसिपल अवनीश शर्मा, स्कूल ल के बच्चों के अभिभावकों व शिकायतकर्ता छात्र की मां के बयान

दर्ज करने के साथ ही स्कूल के दस्तावेज और सीसी फुटेज की जांच की। सूत्रों के मुताबिक जांच टीम ने महिला द्वारा बच्चे को कमरे में अकेले बंद करने और मांसाहार लाने के आरोप में नाम काटने के आरोप को खारिज कर दिया है। जांच में पता चला है कि बच्चे को अन्य बच्चों के साथ कंप्यूटर कक्ष में बैठाया गया था। वीडियो रिकार्डिंग के बीच प्रिंसिपल ने तल्ख लहजे में छात्र की मां से बात की। जांच टीम ने प्रिंसिपल के इस व्यवहार को अशोभनीय माना है। प्रिंसिपल द्वारा बच्चे को आतंकवादी कहने का आरोप

भी खारिज कर दिया है। वीडियो क्लिप

में आतंकवादी शब्द का प्रयोग बच्चे की मां ने किया है। महिला के तीन बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं। एक भी बच्चे की फीस जमा नहीं की गई है।

स्कूल की साइट हैक, धमकी भरी पोस्ट : प्रधानाचार्य अवनीश शर्मा का आरोप है कि किसी ने स्कूल की वेबसाइट हैक कर उस पर आपत्तिजनक पोस्ट की है। जिसमें दुनियाभर में मुसलमानों पर हुए हमलों के फोटो लगे हैं। साथ ही लिखा है-मैं इंडिया से हूं, अगर आपने इंडिया में मुसलमान व इस्लाम के बारे में कुछ बोला तो वह आपका आखिरी दिन होगा।