पुलिस की सबसे बड़ी भर्ती परीक्षा को निष्पक्ष व शुचितापूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (यूपीपीआरपीबी) ने संदिग्ध अभ्यर्थियों के दस्तावेजों के जांच की तैयारी शुरू कर दी है। परीक्षा के दौरान कुल 466 संदिग्ध अभ्यर्थियों को पकड़ा गया था। पहचान पत्र व स्वप्रमाणित पत्र लेकर संदिग्ध अभ्यर्थियों को परीक्षा देने की
अनुमति दी गई थी।
यूपीपीआरपीबी ने सिपाहियों के 60,244 पदों के लिए 23, 24, 25, 30 व 31 अगस्त को परीक्षा का आयोजन किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस ने परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी। प्रदेश के 67 जिलों के 1,174 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित परीक्षा में आर्टीफिशियल इंटिलीजेंस की भी मदद ली गई थी। साथ ही अभ्यर्थियों के आधार कार्ड भी प्रमाणित करवाए गए थे। इसके चलते परीक्षा केंद्रों पर संदिग्ध अभ्यर्थियों की पहचान आसानी के साथ की जा सकी।