आज लखनऊ विधान भवन में माननीय सभापति जी के निर्देशन में माननीय नेता सदन विधान परिषद , उत्तर प्रदेश श्री केशव प्रसाद मौर्या जी की अध्यक्षता में आयोजित बेसिक शिक्षा विभाग, माध्यमिक शिक्षा विभाग एवं उच्च शिक्षा विभाग की बैठक मे माननीय शिक्षक एवं स्नातक विधायक गणों के साथ सम्मलित होकर बेसिक, माध्यमिक, उच्च शिक्षा के निम्न विषयो को रखा।
1- तदर्थ शिक्षकों के विषय में विभागीय अधिकारियों ने अवगत कराया की कोर्ट के निर्देश के आलोक में निर्णय लिया जा रहा है जो जल्द ही मान्य समिति को अवगत करा दिया जाएगा।
2- शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय समायोजन/विकल्प देने पर सहमति बन गई है जल्दी इसके निर्देश जारी हो जाएंगे ।
3- शिक्षामित्रों के मानदेय हेतु समिति गठन के निर्देश दिए गए जो 3 माह के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी साथ ही अनुदेशकों के मानदेय में वृद्धि पर भी समिति विचार करेगी जिसमें तदर्थ शिक्षकों शिक्षामित्र विषय विशेषज्ञ आदि की समस्याओं को लेकर चर्चा हुई।
4- प्राथमिक विद्यालयों में प्ले ग्रुप की मान्यता दिए जाने की भी मांग हम सब ने की जिस पर जानकारी दी गई कि अभी आंगनबाड़ी केदो में जो कि प्राथमिक विद्यालयों में संचालित है उनमें बाल वाटिका के नाम से कक्षा संचालित किए जाने की योजना बनाई जा रही है अन्य विद्यालयों के लिए मान्यता की भी नीति बनाई जाएगी।
5- बेसिक के शिक्षकों की अंतर्जनपदीय स्थानांतरण नीति भी बनाने के निर्देश नेता सदन जी द्वारा दिए गए।
6- 69000 शिक्षकों के भरती वाले विषय पर कोर्ट के निर्देशों की प्रतीक्षा की जा रही है जैसे ही निर्देश प्राप्त होंगे लागू कर दिए जाएंगे।
7- संस्कृत विद्यालयों की मान्यता हेतु जमीन की उपलब्धता लीज डीड होने पर भी मान्यता दिए जाने का प्रावधान किए जाने के निर्देश हुए।
8- वित्तविहीन शिक्षकों के अनुभव को भी प्रिंसिपल चयन में मान्य किए जाने के लिए नीति बनाने का तय हुआ।
9- परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में कोई अनियमितता नहीं हो इसके लिए कमेटी बनाने के निर्देश दिए गए।
10- राजकीय विद्यालयों में 12000 शिक्षकों के चयन हेतु अधियाचन गया हुआ है जिस पर जल्दी कार्रवाई चयन आयोग द्वारा की जाएगी ।
11- पुराने मान्यता प्राप्त यूपी बोर्ड के विद्यालयों में अतिरिक्त वर्ग की मान्यता हेतु वर्तमान भूमि की उपलब्धता के मानकों में शिथलीकरण के विषय में विचार करने को कहा गया।
12- अशासकीय विद्यालयों के शिक्षकों के प्रमोशन हेतु नीति बनाई जा रही है।
13- वित्तविहीन शिक्षकों के लिए नीति बनाने हेतु समिति बनाने के निर्देश दिए गए हैं।
14- अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों की सेवा सुरक्षा हेतू नीति बनाई जा रही है।
15- वित्तविहीन विद्यालयों के मेधावी छात्रों को सम्मानित व पुरस्कृत किया जाय।
इसके अलावा भी बहुत सारे विषयों पर चर्चा वह निर्देश दिए गए हैं।