लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम के लिए होगी अनुदेशकों की नियुक्ति

 देवरिया, जिले के परिषदीय विद्यालयों में छात्रों को तकनीकी और रोजगार परक शिक्षा देने के लिए सरकार के निर्देश पर बेसिक शिक्षा विभाग 41 तकनीकी अनुदेशकों की भर्ती करेगा। लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम के तहत छात्र छात्राओं को तकनीकी ज्ञान का पाठ पढ़ाने की तैयारी विभाग पूरी कर चुका है। इसमें पहले चरण में चयनित स्कूलों में एक एक तकनीकी अनुदेशकों की तैनाती किया जाएगा।




राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों के अनुरूप विद्यालयों को कौशल केन्द्रों (skill hub) के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है। इसके प्रथम चरण में जिले के प्रत्येक ब्लॉक और नगर क्षेत्र से 2 उच्च प्राथमिक व कम्पोजिट विद्यालयों का चयन किया गया है। जहां पर लर्निंग बाई डूइंग कार्यक्रम के तहत प्रथम चरण में जिले के 34 उच्च प्राथमिक और कम्पोजिट विद्यालयों को चयनित किया गया है। इसके साथ ही 9 पीएमश्री विद्यालयों का चयन किया गया है। जिले में कुल 43 विद्यालयों में एक अतिरिक्त कक्ष को आरक्षित किया गया है। जिसमें प्रयोगशाला स्थापित किया जाएगा। कक्ष की रंगाई-पुताई, लघु मरम्मत एवं पेंटिंग का कार्य कराने का निर्देश बीएसए ने दिया है। विद्यालयों में लर्निंग-बाय-डूइंग कार्यक्रम संचालित किया जाएगा। जिसमें अध्यापक व प्रशिक्षक द्वारा विद्यालय के छात्रों को 4 ट्रेड्स का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें इन्जीनियरिंग एण्ड वर्कशॉप, एनर्जी एण्ड एन्वायरमेंट, एग्रीकल्चर, नर्सरी एवं गार्डनिंग और होम एण्ड हेल्थ के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा। 4 ट्रेड्स के विभिन्न टूल्स और इक्विपमेंट एवं लैब सेटअप मैटीरियल को दिल्ली की संस्था द्वारा उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा जो विद्यालय की आवश्यकता होगी उसे स्थानीय स्तर पर विद्यालय प्रबन्ध समिति द्वारा क्रय किया जाएगा। चयनित विद्यालयों में लैब टूल्स एवं लैब स्थापना की सामग्री पहुँचाने से पूर्व लर्निंग बाई डूइंग लैब स्थापना के लिए आवंटित कक्षा-कक्ष में कम्पोजिट ग्राण्ट की धनराशि से कराने का निर्देश दिया गया था। इसके लिए जिले में 41 तकनीकी अनुदेशकों की आउट सोर्सिंग के तहत नियुक्ति किया जाएगा। तकनीकी अनुदेशक छात्र छात्राओं को चार ट्रेड्स में प्रशिक्षण कराएंगे। इनमे इंजीनियरिंग एंड वर्कशॉप, एनर्जी एंड एनवायरमेंट, एग्रीकल्चर, नर्सरी एवं गार्डनिंग तथा होम एंड हेल्थ ट्रेड को शामिल किया गया है। पहले चरण में 34 उच्च प्राथमिक विद्यालय व कंपोजिट विद्यालयों और 9 पीएमश्री विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को तकनीकी ज्ञान कौशल विकास में दक्ष किया जाएगा।



इन विद्यालयों का कौशल केंद्रों के रुप में किया गया है चयन


बैतालपुर ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय बटुलही, भॉलीचौर, बनकटा ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय छपरा बुजुर्ग, रहिमपुर,बरहज ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय बढ़या हरदो,बड़कागांव,भागलपुर ब्लाक कंपोजिट विद्यालय अडि़ला,कुंडौली,भलुअनी ब्लाक के कंपोजिट विद्यालय शेरवा बभनौली और जूनियर हाई स्कूल खुखुन्दू, भटनी ब्लाक में कंपोजिट विद्यालय पिपरादेवराज,मोतीपुर टिकैत, भाटपाररानी ब्लाक में कंपोजिट विद्यालय बंजरिया और जगहत्ता, देवरिया सदर ब्लाक में कंपोजिट विद्यालय सिसवा, कन्या जूनियर हाई स्कूल मुकुन्द्रपुर,देसही देवरिया ब्लाक में कंपोजिट विद्यालय नौतन हथियागढ़, जूनियर हाई स्कूल हरैया बसंतपुर, गौरीबाजार ब्लाक में कंपोजिट विद्यालय इन्दूपुर एक, पथरहट, लार ब्लाक में कंपोजिट विद्यालय बनकटा अमेठिया, खरवनिया नवीन, पथरदेवा ब्लाक में कंपोजिट विद्यालय पथरदेवा, जूनियर हाई स्कूल बंजरिया, रामपुर कारखाना ब्लाक में कन्या जूनियर हाई स्किूल कुशहरी, जूनियर हाई स्कूल सिरसिया नम्बर एक, रुद्रपुर ब्लाक में जूनियर हाई स्कूल श्रीनगर कोल्हुआ, जूनियर हाई स्कूल कोरवा, सलेमपुर ब्लाक के जूनियर हाई स्कूल सोहनाग, कंपोजिट विद्यालय अहैरौली लाला, तरकुलवा ब्लाक के जूनियर हाई स्कूल तरकुलवा, कैथौली, देवरिया नगर क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय बरहज और गौरा को शामिल किया गया है।



शासन की गाइड लाइन के अनुसार चार ट्रेडों में प्रशिक्षण दिए जाने के लिए सेवा प्रदाता के माध्यम से तकनीकी अनुदेशकों का चयन किया जाएगा। जिससे छात्रों को तकनीकी और रोजगार परक शिक्षा का अवसर मिलेगा।


शालिनी श्रीवास्तव, बीएसए, देवरिया।