एक नई रिपोर्ट
में चेतावनी दी गई कि जलवायु परिवर्तन के कारण अगले दो दशक में चरम मौसम संबंधी घटनाओं में वृद्धि हो जाएगी। इससे दुनिया की 70 फीसदी आबादी को तेज गर्मी और तेज बारिश से जुड़े बदलाव का सामना करना पड़ेगा। नॉर्वे के सिसरो सेंटर फॉर इंटरनेशनल क्लाइमेट रिसर्च के वैज्ञानिकों ने अध्ययन किया।
विशेषज्ञों ने बताया कि स्पेन, इटली, मोरक्को, पेरू, भारत, पाकिस्तान और सऊदी अरब समेत 50 से अधिक देशों पर असर पड़ेगा। रिपोर्ट में कहा गया कि मौसम के बदलते स्वरूप और जलवायु संबंधी घटनाओं के कारण भविष्य में तेज बारिश और भीषण तापमान जैसे हालात आम हो जाएंगे। इससे आबादी का लगभग तीन-चौथाई हिस्सा यानी लगभग 5.6 अरब लोग कार्बन उत्सर्जन के कारण उच्च मौसम संबंधी घटनाओं से जूझते नजर आएंगे। उनके मुताबिक, ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में जब तक गिरावट नहीं होती, मौसम की स्थिति में नाटकीय बदलाव देखने को नहीं मिलेगा।