गोंडा। सरयू नदी का जलस्तर घटने के साथ ही कटान तेज हो गया है। खेतों को काटते हुए नदी लगातार गांवों की तरफ बढ़ रही है। 42 गांवों में बाढ़ की स्थिति है और पांच परिषदीय स्कूल पानी से घिर गए हैं। इन स्कूलों में पढ़ाई बंद कर दी गई है। डीएम नेहा शर्मा ने पांचों स्कूलों की कक्षाएं पास के अन्य स्कूलों में संचालित करने का निर्देश दिया है, ताकि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
बाढ़ के चलते करनैलगंज, परसपुर, तरबगंज, वजीरगंज और नवाबगंज के 82 परिषदीय स्कूलों के पास तक पानी पहुंच गया है। हालांकि पांच स्कूलों में ही आवागमन प्रभावित है और जलभराव है। ऐसे में बेलसर ब्लाॅक के प्राथमिक विद्यालय गढ़ी द्वितीय का संचालन अब प्राथमिक विद्यालय गढ़ी प्रथम में तथा प्राथमिक विद्यालय गोड़ियाना का संचालन अब उच्च प्राथमिक विद्यालय ऐली-परसौली में होगा।
नवाबगंज शिक्षा क्षेत्र में कंपोजिट विद्यालय तुरकौली का संचालन अब प्राथमिक विद्यालय बालापुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय दुल्लापुर का संचालन प्राथमिक विद्यालय दुल्लापुर और प्राथमिक विद्यालय मल्लाहनपुरवा का संचालन भी प्राथमिक विद्यालय दुल्लापुर में होगा।
करनैलगंज के ग्राम बहुवन मदार माझा के पास घटते हुए जलस्तर से कटान काफी तेज हो गया है। इसके चलते बाढ़ खंड के अधिकारियों द्वारा कटान को काबू में रखने के लिए लगाए गए बंबूक्रेट, ब्रेकरोरा और बांस, बल्ली काटन के जद में आ गए हैं। नदी ने कटान रोकने के लिए लगाई गई सभी सामग्री को अपनी धारा में समाहित कर लिया है। बाढ़ खंड के अधिकारी बृहस्पतिवार को फिर से वही उपाय करते हुए कटान रोकने की जद्दोजहद तेज करते नजर आए। बृहस्पतिवार शाम तक सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान 106.07 के बराबर आ गया और डिस्चार्ज भी करीब ढाई लाख क्यूसेक हो गया है। बाढ़ से प्रभावित ग्राम नकहरा से पानी अब धीरे-धीरे कम होने लगा है।