अमृत विचारः बेसिक शिक्षा में सुधार को लेकर समय-समय पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन कर करोड़ों रुपए खर्च करने वाले विभाग ने जिले के शिक्षकों व शिक्षामित्रों के प्रशिक्षण भत्ते का भुगतान नहीं किया। प्रशिक्षण लेने वाले 2204 शिक्षकों शिक्षामित्रों को मिलने वाले भत्ते के करीब 15 लाख रुपए बकाया है। बकाया धनराशि की मांग को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने स्कूली शिक्षा महानिदेशक को पत्र भेजा है। बुनियादी भाषा और गणितीय दक्षता से विकास के लिए शैक्षिक सत्र 2023-24 के अंतिम समय में जिले के 2610 परिषदीय
▶ प्रशिक्षण भत्ते का 15 लाख रुपये बकाया, बीएसए ने निदेशक को भेजा पत्र
स्कूलों में कार्यरत 7971 शिक्षकों व शिक्षामित्रों को चार दिवसीय गुणवत्ता शिक्षा संवर्धन (एफएलएन) प्रशिक्षण दिया गया था। इस चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने वाले प्रतिभागी शिक्षकों व शिक्षामित्रों प्रशिक्षण भत्ते के तौर पर 680 रुपये का भुगतान किया जाना था लेकिन विभाग ने सिर्फ 5767 शिक्षकों को ही भत्ते का भुगतान किया। 2204 शिक्षक शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण भत्ते का भुगतान नहीं किया गया। शिक्षकों ने कई बार विभागीय अधिकारियों से भत्ते के भुगतान की मांग की लेकिन उनकी मांग को अनसुना कर दिया गया। अब जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी ने स्कूली शिक्षा महानिदेशक को प्रशिक्षण भत्ते के भुगतान से लिए पत्र लिखा है। बीएसए ने पत्र में 2204 शिक्षकों शिक्षामित्रों का 14.98 लाख रुपया प्रशिक्षण भत्ता बकाया होने का जिक्र किया है और इस धनराशि का भुगतान कराने का अनुरोध किया है।
प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने बीईओ को सौंपा ज्ञापन
गुणवत्ता शिक्षा संवर्धन के प्रशिक्षण भत्ते की मांग को लेकर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षामित्र संघ ने कटरा बाजार की खंड शिक्षा अधिकारी सीमा पांडेय को ज्ञापन सौंपा। संघ के जिलाध्यक्ष अवधेश मणि मिश्रा ने बताया कि कई बार इस संबंध में मांग पत्र भेजा गया लेकिन भुगतान नहीं हुआ। अब फिर से नए सत्र के प्रशिक्षण की तैयारी है। उन्होने कहा कि पहले पिछले सत्र का भुगतान मिल जायेगा तो शिक्षामित्र इस प्रशिक्षण में शामिल होंगे वरना प्रशिक्षण का बहिष्कार किया जायेगा। ज्ञापन देने वालों में संघ के ब्लॉक अध्यक्ष श्रवण तिवारी के साथ अनिल कुमार, अनिरुद्ध बाबा, अमित श्रीवास्तव मनोज तिवारी व मेवाराम यादव मौजूद रहे।