लखनऊ। प्रदेश के 1.32 लाख परिषदीय विद्यालयों में पढ़ रहे लगभग 1.50 करोड़ बच्चों की सत्रीय (तिमाही) परीक्षाएं सितंबर के मध्य में आयोजित की जाएंगी। इस बार बच्चों की पढ़ाई में बेहतरी के लिए परीक्षा के बाद अभिभावकों को स्कूल बुलाकर बच्चों के रिपोर्ट कार्ड की जानकारी दी जाएगी। साथ ही उन्हें बच्चों की कमियों से अवगत कराएंगे ताकि वह आगे चलकर इसमें सुधार कर सकें। आगे होने वाली परीक्षाओं का परिणाम बेहतर हो सके।
बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल की ओर से सभी बीएसए को निर्देश दिया गया है कि सत्रीय परीक्षा 18 से 24 सितंबर के बीच किया जाए। परीक्षा कक्षावार मासिक पाठ्यक्रम के अनुसार अगस्त तक पूरे कराए गए पाठ्यक्रम के आधार पर
होगी। परीक्षा के लिए प्रधानाध्यापक विद्यालय स्तर पर पेपर तैयार कराकर परीक्षा का आयोजन करेंगे। कक्षा व विषय शिक्षक कॉपियों का मूल्यांकन कर परिणाम तैयार करेंगे।
उन्होंने कहा है कि परीक्षा के पर्यवेक्षण का दायित्व प्रधानाध्यापक व खंड शिक्षा अधिकारी का होगा। परीक्षा के बाद एक तिथि घोषित कर अभिभावकों को विद्यालय में बुलाकर बच्चों की प्रगति साझा की जाए। इसमें अभिभावकों को परीक्षाफल की जानकारी देने के साथ उन्हें उत्तर पुस्तिका भी दिखाई जाए। इसके आधार पर परीक्षा में कमजोर छात्र के अधिगम स्तर को सुधारने के लिए विशेष ध्यान दिया जाए। ऐसे बच्चों को चिह्नित कर विषय वस्तु तैयार करें। साथ ही अभिभावकों को भी इसमें सुधार के लिए प्रेरित करें।