उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले में एक शिक्षक की क्रूरता का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मंझनपुर ब्लॉक के नेवारी उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक शैलेंद्र तिवारी पर एक छात्र के साथ अत्यंत क्रूर व्यवहार करने का आरोप है। आरोप है कि उन्होंने एक छात्र पर डंडा फेंककर मारा, जिससे छात्र की बाईं आंख की रोशनी चली गई। दो बार ऑपरेशन के बावजूद छात्र की आंख की रोशनी वापस नहीं आई। पीड़ित छात्र की माँ ने न्याय की मांग के लिए सीडब्लूसी से संपर्क किया।
इससे पहले, शिक्षक ने मामले को सुलझाने के लिए पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का एक फर्जी चेक दिया था। डीएम मधुसूदन हुल्गी के आदेशानुसार, पुलिस ने आरोपी शिक्षक शैलेंद्र तिवारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है। यह मामला करारी थाना क्षेत्र के नेवारी गाँव का है। बच्चे की माँ ने बताया कि उनका बेटा आदित्य कुशवाहा उसी विद्यालय में छठी कक्षा का छात्र है।
9 मार्च 2024 को, जब आदित्य स्कूल में पढ़ाई करने गया, तो किसी बात पर नाराज प्रधानाध्यापक ने उस पर डंडा फेंककर मारा, जिससे उसकी बाईं आंख में चोट लगी और खून बहने लगा। पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्होंने इस घटना की पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन उसे अनसुना कर दिया गया।
बाद में, बीएसए के निर्देश पर इस घटना की जांच की गई, और 15 अप्रैल 2024 को आई जांच रिपोर्ट में इसे सत्य पाया गया। फिर भी, मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई। आदित्य का इलाज सद्गुरू नेत्र चिकित्सालय, जानकीकुंड, चित्रकूट में किया गया, जहाँ उसके दो बार ऑपरेशन किए गए, लेकिन डॉक्टरों ने आंख में रोशनी लौटने की संभावना से इंकार कर दिया।
पीड़ित परिवार ने यह भी आरोप लगाया है कि शिक्षक ने उन्हें 10 लाख रुपये का एक फर्जी चेक दिया। बीएसए कमलेंद्र कुमार कुशवाहा ने बताया कि वे इस मामले से अवगत हैं और खंड शिक्षा अधिकारी से जांच रिपोर्ट मांगी गई है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद, आरोपी शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।