आजमगढ़ जनपद में एक ऐसा भी स्कूल है, जहां दो शिक्षक तैनात हैं, लेकिन छात्र एक भी नहीं है। यह सुनकर शायद विश्वास नहीं हो, लेकिन मोहम्मदपुर ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय परशुरामपुर में पिछले कई साल से एक भी बच्चे का नामांकन नहीं हुआ और यहां दो शिक्षकों की तैनाती थी।
जिसमें एक शिक्षक की बहाली हो चुकी है जो खंड शिक्षा अधिकारी मोहम्मदपुर में संबद्ध हैं। वहीं दूसरे शिक्षक की बहाली नहीं हो सकी, जो रानी की सराय ब्लॉक में संबद्ध चल रहा है। हालांकि शिक्षा विभाग में पिछले कई साल से शिक्षकों का ट्रांसफर नहीं हुआ। इस कारण आज भी दोनों शिक्षकों की मूल तैनाती प्राथमिक विद्यालय परशुरामपुर है।
परशुरामपुर की आबादी दो हजार से अधिक है। करीब 1000 से अधिक यहां मतदाता हैं। इसके बाद भी पूर्व माध्यमिक विद्यालय परशुरामपुर में एक भी बच्चे पंजीकृत नहीं है। जबकि इस विद्यालय में हरिद्वार राम पिछले कई साल से प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात थे। इसके बाद यहां वर्ष 2020 में गौतम कुमार आए। उस समय छात्र-छात्राओं की संख्या करीब 10 से 15 थी। विभाग ने कई बार नामांकन बढ़ाने के निर्देश दिए, लेकिन शिक्षकों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
प्रधानाध्यापक द्वारा कई मामलों में अनियमितता की गई थी। जिसे लेकर बीएसए ने प्रधानाध्यापक हरिद्वार राम को निलंबित कर खंड शिक्षा कार्यालय रानी की सराय से संबद्ध कर दिया। इसके बाद प्रधानाध्यापक का चार्ज गौतम कुमार को मिल गया। इसी बीच कोरोना काल आ गया। स्कूल बंद हो गए।
कोरोना काल समाप्त हुआ तो वर्ष 2023 में कुल चार बच्चे आ रहे थे। यहां से बच्चों और अभिभावकों का मोह भंग हो गया। नामांकन सहित अन्य लापरवाही में बीएसए ने गौतम कुमार को भी 31 अगस्त 2023 को निलंबित करते हुए खंड शिक्षा कार्यालय मोहम्मदपुर में संबद्ध कर दिया गया। करीब पांच माह बाद एक जनवरी 2024 को गौतम कुमार की बहाली हो गई और उन्हें कार्यालय में ही संबद्ध कर दिया गया।
अधिकारी बोले
पूर्व माध्यमिक विद्यालय परशुरामपुर में एक भी बच्चे पंजीकृत नहीं है। पिछले कई साल से वहां पर नामांकन नहीं हो रहे थे। चार पांच की संख्या में बच्चे आते थे। जबकि वहां पर दो शिक्षकों की तैनाती थी। इसके वाद भी बच्चों की संख्या नहीं बढ़ी। ऐसे में दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। दोनों शिक्षकों को खंड शिक्षा कार्यालय से संबद्ध किया गया है। -राजीव पाठक, बीएसए आजमगढ़