आजमगढ़। नव जागृति सेवा संस्थान द्वारा जनपद के दो खंड शिक्षा अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आईजीआरएस पर शिकायत दर्ज कराई गई। इस शिकायत को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खारिज कर दिया। शिकायतकर्ता के निस्तारण से असंतुष्ट होने पर शिकायत की जांच वित्त एवं लेखाधिकारी को मिली। वित्त एवं लेखाधिकारी ने दोनों खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर तीन दिन में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
आईजीआरएस पर की गई शिकायत में शिकायतकर्ता ने कहा कि महाराजगंज के खंड शिक्षा अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उनके द्वारा शिक्षा क्षेत्र महाराजगंज में परिषदीय स्कूलों से मिड डे मील में और बिना मान्यता वाले विद्यालयों के संचालकों से लगातार धन उगाही की जा रही है। वहीं अजमतगढ़ के खंड शिक्षा अधिकारी भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उनके द्वारा प्रशिक्षण कराने के नाम पर फर्जी बिल का भुगतान किया गया तथा प्रधानाध्यापकों पर दबाव बनाकर धन उगाही का स्रोत बना कर कमाई की जा रही है। शिक्षा क्षेत्र अजमतगढ़ में तमाम स्कूल के निर्माण और बाउंड्रीवाल निर्माण में घटिया सामग्री उपयोग किया गया तथा फर्जी बिल का भुगतान किया गया है। उनके द्वारा स्कूलों को कमाई का जरिया बनाया गया है।
शैक्षिक सत्र 2023-2024 में पुस्तक की ढुलाई में फर्जी बिल का भुगतान किया गया। शैक्षिक सत्र 2023-2024 में पुस्तक के क्रय व विवरण में फर्जी किया गया। अजमतगढ़ खंड में कई अध्यापक विद्यालय नहीं आते हैं। खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा विद्यालय न आने पर अध्यापक से मोटी रकम वसूली जाती है। अजमतगढ़ खंड में मौलाना आजाद इंटर कॉलेज अंजान शहीद में मिड डे मील बच्चों के लिए बनता ही नहीं है। लेकिन, खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा मिड डे मील के नाम पर धन उगाही करते हैं। संस्थान की ओर से आईजीआरएस पर शिकायत कर इस मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की गई। जब यह शिकायत बीएसए के पास पहुंची तो उन्होंने सारी शिकायत को गलत बताते हुए रिपोर्ट लगा दी। शिकायत कर्ता के असंतुष्ट होने पर यह जांच अब वित्त एवं लेखाधिकारी को सौंपी गई है। जिसमें उन्होंने दोनों बीईओ से स्पष्टीकरण तलब किया है।
दोनों खंड शिक्षाधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। बीएसए द्वारा इन आरोपों को गलत बताने और शिकायतकर्ता के असंतुष्ट रहने के कारण यह जांच हमें मिली है। दोनों को पत्र जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया गया है। स्पष्टीकरण आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अजय राय, वित्त एवं लेखाधिकारी।