पुरानी पेंशन बहाली के लिए खिड़की खुली और दरवाजा खुलने का इंतजार



लखनऊ। राज्य कर्मचारी संयुक्त
परिषद व विशिष्ट बीटीसी शिक्षक संघ ने कहा है कि लंबे आन्दोलन और प्रधानमंत्री की चुप्पी के बाद पुरानी पेंशन की बहाली की मांग पर एनपीएस को यूपीएस में बदलना लंबे आन्दोलन का ही परिणाम है। इसी तरह आगे चलकर पुरानी पेंशन भी मिलेगी।

कर्मचारी नेताओं ने कहा कि पूर्व में शिक्षक कर्मचारी के संयुक्त व चरणबद्ध आन्दोलनों के परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनजेसीए के केंद्रीय नेतृत्व से वार्ता हुई है। निश्चित ही यह कदम पुरानी पेंशन योजना बहाली के लिए सकारात्मक संदेश है। उम्मीद है कि अब पुरानी पेंशन बहाली का सकारात्मक हल अवश्य निकलेगा। एनपीएस को यूपीएस में बदलकर प्रधानमंत्री ने अभी खिड़की को ही


खोला है। मगर इस सकारात्मक रुख से पुरानी पेंशन के दरवाजे खुलने का संकेत भी मिल चुका है। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर ऐसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष व राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के चेयरमैन संतोष तिवारी ने कहा है कि हम सबको हूबहू पुरानी पेंशन ही चाहिए। इससे इतर कोई भी पेंशन स्वीकार नही है। परिषद ने पुरानी पेंशन बहाली को लेकर 2013 में लखनऊ से दिल्ली तक साइकिल यात्रा तक निकाली है।

उन्होंने कहा कि सरकार पुरानी पेंशन बहाली पर ही विचार करे। अन्य योजना लाकर शिक्षक व कर्मचारियों को भ्रमित ना किया जाए हमारी एक ही मांग है पुरानी पेंशन हूबहू पुरानी पेंशन।