लापरवाही पर आठ शिक्षकों-अनुदेशकों का रोका वेतन


ज्ञानपुर। परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति सुधर नहीं रही है। बृहस्पतिवार को बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह समेत टास्क फोर्स में शामिल अधिकारियों की टीम ने 57 विद्यालयों की जांच की। जिसमें आठ शिक्षक, अनुदेशक और शिक्षामित्र अनुपस्थित मिले। सभी का एक-एक दिन का वेतन और मानदेय रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।



बीएसए ने ज्ञानपुर ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय चकसुंदर का निरीक्षण किया। उन्होंने बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता, कायाकल्प के तहत कराए गए कार्यों का अवलोकन किया। विद्यालय परिसर में साफ-सफाई नहीं पाई गई। बच्चों की शैक्षिक गुणवत्ता भी ठीक नहीं मिली।




बीएसए ने कक्षावार बच्चों से प्रश्न पूछे। कुछ बच्चों ने सटीकता से जवाब दिया, लेकिन अधिकतर नाकाम रहे। विद्यालय में भेजे गए कंपोजिट ग्रांट के व्यय विवरण के बारे में पूछा गया जो उपलब्ध नहीं कराया गया। जिस पर बीएसए ने नाराजगी जताई। उन्होंने हेडमास्टर को नोटिस देते हुए जवाब मांगा।
कहा कि सुधार न होने पर प्रभार दूसरे शिक्षक को दे दिया जाएगा। इसी तरह खंड शिक्षा अधिकारियों, जिला समन्वयकों की टीमों ने भी कुल मिलाकर 57 विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान औराई के नटवां महाबीर में शिक्षामित्र सीमा देवी, सुरियावां के बनकट में अनुदेशक गेना देवी, प्रणव कुमार तिवारी, भदोही के कंपोजिट विद्यालय गिरियां में सहायक अध्यापक प्रदीप कुमार, शिक्षामित्र ओम प्रकाश यादव और अनुदेशक प्रदीप कुमार सिंह अनुपस्थित मिले। सुरियावां के मनीगंज में शिक्षामित्र रमेश कुमार और सुरियावां प्रथम में शिक्षामित्र इंदू कुमारी गैर हाजिर रहीं। सभी का एक-एक दिन का वेतन और मानदेय रोका गया। बीएसए ने कहा कि सभी शिक्षक समय से विद्यालय आएं अन्यथा कार्रवाई की जाएगी।