परिषदीय स्कूल में छात्र की अंगुली कटी, शिक्षक ने फेंकवाया- पिता ने दी तहरीर

 देवरिया शहर के स्कूल में पढ़ने गए एक छात्र की अंगुली कट गई। छात्र के पिता का आरोप है कि मामले में घोर संवेदनहीनता बरतते हुए एक शिक्षक ने कटी हुई अंगुली को कूड़े में फेंकवा दिया। स्कूल और शिक्षक की इस लापरवाही के चलते अब छात्र को दिव्यांग होना पड़ा। छात्र के पिता ने तहरीर देकर मामले में आरोपी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।


शहर के सदर कोतवाली क्षेत्र के सीसी रोड निवासी संजय कुमार तिवारी का बेटा वासु तिवारी एक विद्यालय में कक्षा छह का छात्र है। 3 अगस्त को उनका बेटा स्कूल गया था। लंच के दौरान वासु अपने कक्षा के बाहर लिखे हुए बोर्ड को दाहिने हाथ से छूने की कोशिश कर रहा था और बायां दरवाजे की तरफ था।


उसी दौरान तेज़ हवा के चलते लोहे का दरवाजा तेज़ी से बंद हो गया और वासु की अनामिका उंगली दब कर कट गई। छात्रों के शोर मचाने पर स्कूल के शिक्षक मौके पर पहुंचे। शिक्षकों ने स्कूल में ही प्राथमिक उपचार किया। इस दौरान छात्र की उंगली कट कर अलग हो गई थी।


आरोप है कि एक शिक्षक ने उसे स्कूल के समीप एक ट्रांसफार्मर के पास कूड़े में फेंकवा दिया। शिक्षकों ने इसके बारे में परिजनों को सूचना तक नहीं दी। इसके बारे में परिजनों को जानकारी हुई तो वह छात्र को इमरजेंसी लेकर पहुंचे। इमरजेंसी में पहुंचने पर इलाज शुरू हुआ।



परिजनों के लगभग 3 घंटे बाद खोजने के दौरान छात्र की कटी हुई अंगुली ट्रांसफॉर्मर के पास मिली। परिजन उसे लेकर चिकित्सक पास गए तो उसने देरी हो जाने के कारण संक्रमण का खतरा बता जोड़ने से इंकार कर दिया। परिजनों ने मामले की शिकायत प्रधानाचार्य से की।


लेकिन आरोपी शिक्षक के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई। संजय तिवारी ने इसकी तहरीर पुलिस अधीक्षक को देकर आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।


इस संबंध में बीएसए शालिनी श्रीवास्तव ने बताया कि एक छात्र की उंगली कट गई थी। घटना की जानकारी मिलने पर खण्ड शिक्षा अधिकारी को जांच के लिए भेजा गया था। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। जबकि विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि पीड़ित के पिता का आरोप बेबुनियाद है। जैसे ही घटना हुई बच्चे को तत्काल अस्पताल ले जाकर इलाज कराया गया।