शिक्षकों ने किया एनपीएस व निजीकरण का विरोध


■ शिक्षकों ने बीएसए को ज्ञापन देकर जताया निजीकरण का विरोध शिक्षकों से पुरानी पेंशन का विकल्प पत्र प्राप्त करने की मांग की गई


श्रावस्ती, । पुरानी पेंशन की बहाली और एनपीएस व निजीकरण के विरोध में शिक्षकों ने गोष्ठी की। इसके साथ ही बीएसए को ज्ञापन सौंपा जिसमें निजीकरण का विरोध किया गया।

शिक्षकों व कर्मचारियों के संगठन अटेवा के तत्वावधान में राम आसरे मेमोरियल पब्लिक स्कूल भिनगा के प्रांगण में एनपीएस हुआ निजीकरण देश के लिए घातक विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिलाध्यक्ष अटेवा स्वप्निल पांडेय ने कहा कि अटेवा के आंदोलन से जुड़ना जरूरी है। जिला पर्यवेक्षक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सभी सदस्य इस आंदोलन को अपना व्यक्तिगत आंदोलन मान कर जुड़ें। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश सिंह और संचालन हाकिम सिंह ने किया।

इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में शिक्षकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रावस्ती को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में शिक्षकों के अवरुद्ध वेतन बहाली, एक अप्रैल 2005 से पूर्व से नियुक्त शिक्षकों से पुरानी पेंशन योजना
का विकल्प पत्र प्राप्त करने की मांग की गई। इसके साथ ही 12460 शिक्षक भर्ती के तहत नवनियुक्त शिक्षकों के वेतन भुगतान, अंतर्जनपदीय पारस्परिक स्थानांतरण में आए शिक्षकों के वेतन भुगतान तथा शिक्षकों के 12460 शिक्षक भर्ती के तहत नवनियुक्त शिक्षकों के पुलिस सत्यापन तथा ऑनलाइन सेवा पुस्तिका तत्काल पूर्ण किए जाने की मांग की गई। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ श्रावस्ती के जिलाध्यक्ष विनय कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में संगठन के पदाधिकारियों ने 7 सूत्रीय मांग पत्र जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्रावस्ती को सौंपा। इस दौरान मंत्री सत्यप्रकाश वर्मा, वीरेंद्र प्रताप सिंह, सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।