गांव बुरहानुदीनपुर में संचालित मदरसा जामियतुल बनात दारुल उलूम में छात्रा से छेड़छाड़ की घटना के बाद एसडीएम सदर के नेतृत्व में टीम जांच के लिए पहुंची। मदरसे में मान्यता से अतिरिक्त कक्षाएं चलती पाई गईं। संचालक संबंधित प्रपत्र नहीं दिखा सके। टीम ने अतिरिक्त कक्षाओं को बंद कराते हुए छात्रावास को सील कर दिया है।
शनिवार को एसडीएम सदर मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम ने मदरसे का निरीक्षण किया। मदरसे को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग से कक्षा आठ (फौकानिया) तक मान्यता प्राप्त है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी के अनुसार कक्षा आठ के अतिरिक्त यहां छात्राओं को आलिमा का कोर्स भी कराया जाता है। बाहरी छात्राएं भी मदरसे में रहती हैं। बने छात्रावास में
निरीक्षण में जब मदरसा संचालक से आलिमा कोर्स और छात्रावास के प्रपत्र दिखाने को कहा तो संचालक संबंधित कोई प्रपत्र नहीं दिखा पाए। इस पर टीम ने आलिमा के कोर्स से संबंधित कक्षाएं तथा छात्रावास, जिसके अंतर्गत तीन कमरों व एक चैनल को सील कर दिया। दरवाजे सील करने के बाद चावियां जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को सौंपी गई।
कक्षा छह की छात्रा से की थी छेड़छाड़
मदरसा जामियातुल बनात दारुल उलूम के संचालक शाहनवाज के पुत्र उस्मान उर्फ नावेद ने कक्षा छह की छात्रा से छेड़छाड़ की थी। इस मामले में आठ अगस्त को उस्मान और उसकी मां के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। उसी दिन आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया था।
छात्रावास से बेटियों को ले गए परिजन
मदरसा संचालक के बेटे ने कक्षा छह की छात्रा से छेड़खानी की, यह खबर अभिभावकों को लगी तो वे मदरसे पहुंच गए। सभी छात्राओं को उनके अभिभावक अपने साथ घर ले जा चुके हैं। फिलहाल छात्रावास खाली हो गया है।