रामनगर/बाराबंकी, उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने यूकेजी की छात्रा के साथ हुई अश्लील हरकत के प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए परिजनों से मुलाकात कर बातचीत की और मासूम छात्रा का हाल जाना और हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसके बाद बीपीएन इंटरनेशनल एकेडमी पहुंचकर विद्यालय का अभिलेखीय व स्थलीय अवलोकन किया।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव पांडेय, जिला प्रोबेशन अधिकारी पल्लवी सिंह के साथ शनिवार को स्कूल पहुंचे और बीते दिनों कॉलेज के वैन चालक द्वारा 5 वर्षीय छात्रा के साथ किए गए शारीरिक शोषण के प्रकरण में जांच पड़ताल शुरू की। इस दौरान उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारीयों व विद्यार्थियों की उपस्थिति पंजिका देखी और स्कूल की मान्यता, शिक्षकों व चालकों की नियुक्ति आदि फाइलों की जांच पड़ताल भी की।
इसके बाद प्राथमिक उपचार पेटिका में रखी सभी दवाओं को भी देखा। अध्यापकों की नियुक्ति फाइल में योग्यता अंक व प्रमाण पत्रों में हस्ताक्षर नहीं मिला। उन्होंने आरोपी चालक उमाकांत यादव के नियुक्त व निष्कासन के पत्र अपने पास सुरक्षित कर लिये। राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिला एवं बाल सुरक्षा के लिए बहुत सजग हैं। विद्यालय से सम्बंधित अभिलेखों की जांच की गई है। कुछ कागजात मौके पर नहीं मिले हैं। जिस पर बीएसए को जांच के लिये निर्देशित किया गया है।
उन्होंने निर्देश दिये कि जब तक समस्त स्कूल संचालन संबंधी प्रपत्र नहीं मिल जाते हैं। तब तक के लिए बच्चों के भविष्य के हित को देखते हुए विद्यार्थियों को अन्यत्र स्थानांतरित करने की व्यवस्था करें। विद्यालय समिति को भी निर्देशित किया गया कि संचालन संबंधी अभिलेख लिखित रूप से उपलब्ध कराएं। इसमें किसी प्रकार की हीला हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस दौरान वहां मौजूद परिजनों को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि न्याय अवश्य मिलेगा। इस मौके पर सीओ आलोक पाठक, कोतवाल रत्नेश पांडेय, खंड शिक्षाधिकारी रमेश चंद्रा और चौकी इंचार्ज महादेवा संतोष त्रिपाठी के साथ तमाम लोग मौजूद रहे। इसके बाद सदस्य श्याम त्रिपाठी ने कस्तूरबा गांधी विद्यालय गणेशपुर का भी निरीक्षण किया।
कर रहे संस्था को बदनाम
बीपीएन इंटरनेशनल एकेडमी के प्रबंधक बोधायनदास ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य द्वारा विद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें स्कूल संचालन संबंधी कागजात देखे गए। इस दौरान विद्यालय की मान्यता, शिक्षक कर्मचारी नियुक्ति पत्रावलियां, बेसिक शिक्षा अधिकारी व केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद नई दिल्ली और संयुक्त शिक्षा निदेशक अयोध्या द्वारा जारी प्रमाण पत्रों को दिखाया गया। वाहन चालकों को बुलाकर उनके ड्राइविंग लाइसेंस चेक किए गए। अन्य सभी प्रमाण प्रतियां मांगी गई है। जिसे जल्द ही उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने आरोप भी लगाया कि कुछ लोग संस्था को बदनाम करना चाह रहे हैं।