पद न संभालने वाले कार्यमुक्त शिक्षाकर्मियों पर कार्रवाई की तैयारी में जुटा शिक्षा विभाग



 प्रयागराज : शिक्षा विभाग ने कुछ ऐसे कर्मचारियों के स्थानांतरण कर दिए जो तबादला नीति के विरुद्ध थे। कुछ कर्मचारियों के जहां स्थानांतरण किए गए वहां पद रिक्त नहीं थे। कुछ कर्मचारी ऐसे हैं, जो स्थानांतरण होने के बाद कार्यमुक्त तो कर दिए, लेकिन नई तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण करने नहीं पहुंचे। इस मामले में अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) कामताराम पाल ने कार्यमुक्त होने के बावजूद नए स्थल पर कार्यभार ग्रहण न करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी की है।

शासन की तबादला नीति के अनुसार, जिला विद्यालय निरीक्षक, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट),
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) एवं एडेड विद्यालयों के कर्मचारियों के स्थानांतरण तत्कालीन अपर शिक्षा निदेशक बेसिक संजय यादव ने किए थे। तबादले के बाद कई कर्मचारियों ने प्रत्यावेदन दिए कि उनके तबादले स्थानांतरण नीति के विरुद्ध किए गए हैं। इसके अलावा करीब 22 कर्मचारियों ने कोई न कोई कारण बताकर प्रत्यावेदन देकर स्थानांतरण निरस्त करने की मांग की है। इनके प्रत्यावेदनों को नए अपर शिक्षा निदेशक

ने शिक्षा निदेशक को भेज दिए हैं। उनके आदेश के अनुसार, इस प्रकरण में आगे की कार्यवाही की जाएगी।

इसके अलावा इटावा के डीआइओएस ने बीएसए कार्यालय मैनपुरी के लिए स्थानांतरित कर्मचारी को चार जुलाई को कार्यमुक्त कर दिया, लेकिन वह कार्यभार ग्रहण करने नहीं गए। कार्यालय में अनुशासनहीनता किए जाने की जानकारी मिलने पर अपर शिक्षा निदेशक ने उनके विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई की तैयारी की है। इसके अतिरिक्त जो स्थानांतरण गलत ढंग से पद रिक्त नहीं होने के बावजूद किए गए थे उन्हें निरस्त कर दिया है। अब स्थानांतरण के बावजूद अभी तक कार्यमुक्त नहीं किए जाने के मामले भी कार्रवाई के घेरे में आएंगे।