बेसिक शिक्षा कार्यालय में वित्त एवं लेखाधिकारी भी निरीक्षण के दौरान मौके पर नहीं मिले।

 मुरादाबाद डीएम के निर्देश पर रजिस्ट्री, आरटीओ, शिक्षा विभाग सहित नौ कार्यालयों में हाजिरी जांचने के लिए अधिकारियों ने छापा मारा। जांच के दौरान 19 अधिकारी और कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। तहसील सदर और नगर पंचायत अगवानपुर में एक-एक बाहरी व्यक्ति काम करते मिला।





डीएम ने कहा कि गैरहाजिर अधिकारी-कर्मचारियों का वेतन रोका जाएगा। सभी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। डीएम अनुज सिंह ने सीडीओ सुमित यादव, एडीएम सिटी, एडीएम प्रशासन सहित अन्य अधिकारियों के नेतृत्व में टीम गठित कर बृहस्पतिवार की सुबह कार्यालयों में उपस्थिति जांचने के निर्देश दिए।

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टीम ने संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय, तहसील सदर, जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय, नगर पंचायत अगवानपुर, वित्त एवं लेखाधिकारी बेसिक शिक्षा कार्यालय, उप निबंधक प्रथम व द्वितीय, अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम एवं द्वितीय, जिला अस्पताल तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया।


नगर पंचायत अगवानपुर में निरीक्षण के दौरान लेखराज नाम का बाहरी व्यक्ति कार्यालय में उपस्थित पाया गया। साथ ही तहसील सदर में जरीफ अहमद नाम का व्यक्ति मिला। संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में क्षेत्रीय निरीक्षक तकनीकी अजय तिवारी गैर हाजिर मिले और बेसिक शिक्षा कार्यालय में वित्त एवं लेखाधिकारी भी निरीक्षण के दौरान मौके पर नहीं मिले।


अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम एवं द्वितीय से संबंधित कार्यालय में असिस्टेंट अकाउंटेंट राशि औलख, कार्यकारी सहायक पवन कुमार, चंद्रशेखर भटनागर, अंकुर शर्मा, विकास यादव, गुलशन प्रकाश, गार्गी सहायक और टेक्नीशियन ग्रेड-2 हरीश कुमार अनुपस्थित मिले।


वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट अजीजुर्रहीम, डेटा कम अकाउंट असिस्टेंट सचिन कुमार, अरशद कमाल, विनीत कुमार, मीनाक्षी शर्मा, मुनिश फल, करन सिंह और हरप्रकाश अनुपस्थित पाए गए।

सरकारी काम में बाहरी व्यक्ति का दखल बर्दाश्त नहीं

डीएम ने बताया कि बाहरी व्यक्तियों संबंध में प्रभारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विभागीय कार्यवाही की जाएगी। शासन का निर्देश है कि किसी भी रूप में सरकारी कार्यों में बाहरी व्यक्ति का दखल नहीं होना चाहिए।


कर्मचारी और धिकारी समय से अपने कार्यालय में उपस्थित होकर अपने दायित्वों का निर्वहन करें। दोबारा निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।