शिक्षिकाओं से बोले लेखाधिकारी- बिना मेरी मर्जी नहीं मिलेगा वेतन

 उन्नाव। वेतन निकालने के नाम पर शिक्षिकाओं से बदसलूकी करने के मामले में सीडीओ ने बेसिक शिक्षा विभाग के लेखाकार का वेतन रोक दिया है। नोटिस जारी कर दो दिन में स्पष्टीकरण तलब किया है। वहीं, वित्त एवं लेखाधिकारी ने लेखाकार को हटाने के लिए आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा निदेशक को पत्र भेजा है।



बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी कार्यालय में पंकज शर्मा लेखाकार हैं। इनके खिलाफ फतेहपुर चौरासी ब्लॉक के दर्शन खेड़ा प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका पूजा, बिछिया के ओरहर कंपाेजिट स्कूल की शिक्षिका पारुल और अर्जुनखेड़ा प्राथमिक स्कूल की शिक्षिका पूनम देवी ने आठ अगस्त को सीडीओ से शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि वेतन संबंधी सभी औपचारिकता और प्रक्रिया पूरी करके पत्रावली लेखाधिकारी पंकज शर्मा को दी थी।


उन्होंने पत्रावली लेते समय अभद्र भाषा का प्रयोग किया। कहा कि वेतन इतनी जल्दी कैसे आ सकता है। वह बिना मेरी (लेखाधिकारी) मर्जी के नहीं निकलेगा। शिक्षिकाओं ने सीडीओ को बताया था कि उसी स्कूल के अन्य शिक्षकों का वेतन जारी हो चुका है। शिकायत पर सीडीओ प्रेम प्रकाश मीणा ने सोमवार को लेखाधिकारी का वेतन रोक दिया है और दो दिन में उनका स्पष्टीकरण तलब किया है।


वहीं, बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखाधिकारी अनिल द्विवेदी ने लेखाकार पंकज शर्मा के खिलाफ शिक्षकों से की जा रही अभद्रता एवं कार्यों के प्रति लापरवाही के चलते उन्हें हटाने की संस्तुति करते हुए आंतरिक लेखा एवं लेखा परीक्षा निदेशक को आख्या भेजी है। उत्तर प्रदेश जूनियर हाईस्कूल पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष कृष्णशंकर मिश्र ने मुख्यमंत्री को पत्र भेज कर लेखाकार की जांच का अनुरोध किया है। सीडीओ ने बताया कि शिक्षिकाओं की शिकायत पर नोटिस जारी किया गया है। दो दिन में जवाब मांगा है। जवाब के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।