बाहरी शिक्षकों के भरोसे बच्चों की पढ़ाई


हैदरगढ़ (बाराबंकी) । जीआईसी पोखरा में पंजीकृत 925 बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा बाहरी शिक्षकों के भरोसे है। यहां शिक्षण कार्य के लिए प्रवक्ता के 10 पदों में से सिर्फ दो पर ही तैनाती है। इसमें भी एक शिक्षक के पास प्राचार्य का प्रभार है। जबकि सहायक अध्यापकों के पांच पद तैनाती न होने से रिक्त पड़े हैं। ऐसे में स्कूल में पठन पाठन का कार्य पीटीए के माध्यम से शुल्क वसूल कर रखे गए बाहरी शिक्षकों के भरोसे है।


राजकीय विद्यालयों में प्रवक्ता व सहायक अध्यापकों की कमी के चलते शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। कई विषयों के प्रवक्ता व सहायक अध्यापक नहीं होने विद्यालयों में बीते सत्र की छात्र संख्या तक पहुंचना भी चुनौती बन गया है। पोखरा राजकीय विद्यालय में कक्षा 11 व 12 में पढ़ाने के लिए प्रवक्ता के 10 पद स्वीकृत है लेकिन मात्र दो प्रवक्ता पति-पत्नी राकेश पांडेय व श्वेता की ही तैनाती है। इसमें राकेश पांडेय के पास प्राचार्य का भी प्रभार है। हाईस्कूल के करीब 210 बच्चों को पढ़ाने के लिए दो सहायक अध्यापक हैं, जबकि पांच पद रिक्त हैं। कक्षा छह, सात व आठ को पढ़ाने के लिए अध्यापकों की कोई तैनाती नहीं है।


राजकीय विद्यालयों में प्रवक्ता व सहायक अध्यापकों की कमी के चलते शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। कई विषयों के प्रवक्ता व सहायक अध्यापक नहीं होने विद्यालयों में बीते सत्र की छात्र संख्या तक पहुंचना भी चुनौती बन गया है। पोखरा राजकीय विद्यालय में कक्षा 11 व 12 में पढ़ाने के लिए प्रवक्ता के 10 पद स्वीकृत है लेकिन मात्र दो प्रवक्ता पति-पत्नी राकेश पांडेय व श्वेता की ही तैनाती है। इसमें राकेश पांडेय के पास प्राचार्य का भी प्रभार है। हाईस्कूल के करीब 210 बच्चों को पढ़ाने के लिए दो सहायक अध्यापक हैं, जबकि पांच पद रिक्त हैं। कक्षा छह, सात व आठ को पढ़ाने के लिए अध्यापकों की कोई तैनाती नहीं है।

पीटीए के तहत अधिक शुल्क लिए जाने के मामले में कुछ साल पहले पोखरा जीआईसी के चर्चा में आने पर अधिकारियों ने जांच की थी। वहीं सुबेहा जीआईसी में पीटीए के तहत लिए गए धन में गोलमाल करने की शिकायत से जुड़े मामले की भी जांच चल रही है।