बिलासपुर (रामपुर)। शिक्षकों की आवाज बुलंद करने वाले पूर्व शिक्षक विधायक व उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ चंदेल गुट के प्रदेश महामंत्री रामबाबू शास्त्री (72) का मंगलवार देर रात हृदय गति रुकने से निधन हो गया। उनके निधन की खबर सुनकर शिक्षा जगत के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। उनके आवास पर लोगों का तांता लग गया। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे मोहल्ला लक्ष्मी नगर स्थित श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया। उनके इकलौते पुत्र डॉ. विजय मिश्रा ने उन्हें मुखाग्नि दी। बाद में सभी मौजूद लोगों ने पूर्व शिक्षक विधायक को श्रद्धांजलि दी। सीओ रवि खोखर व कोतवाली प्रभारी बलवान सिंह की मौजूदगी में गार्ड आफ आनर दिया।
नगर में कैनाल रोड निवासी पूर्व शिक्षक विधायक रामबाबू शास्त्री वर्तमान में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ चंदेल गुट के प्रदेश महामंत्री थे। वह 1995 से 1996 तक एक वर्ष शिक्षक विधायक रहे। इसके बाद 1996 से 2002 तक दूसरी बार शिक्षक विधायक रहकर उन्होंने शिक्षकों की हितों की लड़ाई लड़ी। उनके नजदीकी शिक्षक बलराम सिंह के अनुसार उन्होंने शिक्षकों के हितों में काफी संघर्ष किया। वो शिक्षक नेता ओमप्रकाश शर्मा के करीबी रहे। बुधवार की सुबह से ही शिक्षक, व्यापार मंडल, राजनीतिक दल से जुड़े तमाम लोगों ने उनके आवास पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। दोपहर करीब 12 बजे मोहल्ला लक्ष्मी नगर स्थित श्मशान घाट में अंतिम संस्कार हुआ। पूर्व विधायक जयदीप सिंह बरार, पूर्व विधायक सुभाष चंद्र शर्मा, पालिका अध्यक्ष चित्रक मित्तल, ब्लॉक प्रमुख कुलवंत सिंह औलख, ब्राह्मण सभा जिला अध्यक्ष मुनीष चंद शर्मा, शिक्षक संघ के प्रदेश मंत्री सुधीर अग्रवाल, सुजात हसन खान, विपिन कुमार पप्पी, अरुण शर्मा, हरिशंकर भारती, राजवीर सिंह, सोमदेव सिंह, संजय सिंह, अमरजीत सिंह ढिल्लो, विपुल आनंद, रघुनंदन भारद्वाज, शिव प्रकाश तिवारी, बलराम सिंह आदि लोगों ने श्रद्धांजलि दी। सीओ रवि खोखर व कोतवाली प्रभारी बलवान सिंह की मौजूदगी में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
डीआईओएस के न पहुंचने पर जताई नाराजगी
अंत्येष्टि में डीआईओएस के न पहुंचने पर शिक्षक नेताओं ने नाराजगी जताई और संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजबहादुर सिंह चंदेल को फोन पर जानकारी दी। डीआईओएस के न पहुंचने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।