गाजीपुर। जिले के आउट ऑफ स्कूल (स्कूल नहीं आने वाले) बच्चों का भविष्य अब रिटायर शिक्षक सवारेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने अपने शारदा कार्यक्रम के तहत आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षित करने के लिए रिटायर शिक्षकों को मानदेय पर रखने का निर्णय किया है। जिस क्षेत्र में पांच से अधिक आउट ऑफ स्कूल बच्चे पाए जाएंगे उस क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में रिटायर शिक्षकों को अस्थाई रूप से मानदेय पर रखा जाएगा। इन रिटायर शिक्षकों को प्रतिमाह छह हजार मानदेय दिया जाएगा। ये शिक्षक आउट ऑफ स्कूल बच्चों को अगले महीने से नौ महीने तक विशेष शिक्षा प्रदान कर उन्हें दक्ष बनाएंगे।
आउट ऑफ स्कूल के तहत छह से 14 वर्ष की आयु वर्ग के उन बच्चों को शिक्षित किया जाएगा जो या तो पढ़ाई को बीच में ही छोड़कर किसी काम में लग गए हैं या जो पारिवारिक जिम्मेदारियों की वजह से स्कूल नहीं जा पा रहे। बेसिक शिक्षा विभाग ऐसे बच्चों का पता लगाकर उसे विशेष पढ़ाई के माध्यम से शिक्षित करेगा। यह कार्य विभाग की ओर से शुरु किए गए शारदा कार्यक्रम के तहत किया जाएगा। महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षित करने के लिए रिटायर शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शीघ्र शुरु कराने का निर्देश दिया है। ब्लॉक स्तर पर समिति बनाकर उसके माध्यम से इनका चयन होगा। मालूम हो कि बीते मई माह के सर्वे के अनुसार जिले में करीब दो हजार ऐसे बच्चे हैं। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बताया कि चयन प्रक्रिया जल्द शुरु की जाएगी। नियमानुसार रिटायर शिक्षकों का चयन किया जाएगा।