में बायोमैट्रिक उपस्थिति जल्द लागू होगी। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारियों को इसे लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसे अनिवार्य रूप से लागू किया जाए।
पिछले दिनों प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में बायामैट्रिक उपस्थिति लागू कर दी गई थी, इसका शिक्षकों ने कड़ा विरोध था। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा किया था। शिक्षकों के कड़े विरोध को देखते हुए शासन ने कुछ नरमी दिखाई। मुख्य सचिव व शैक्षिक संगठनों के बीच हुई वार्ता
में फिलहाल इस व्यवस्था को दो माह के लिए स्थगित कर दिया गया। अब सरकार ने बायोमैट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था को मदरसों में लागू करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस सिलसिले में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ने बुधवार को विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और दिशा-निर्देश जारी किए। मालूम हो कि प्रदेश में करीब 16 हजार मदरसे हैं जिनमें कुल 13.57 लाख छात्र हैं। कुल मदरसों में 560 अनुदानित मदरसे हैं जहां करीब 9500 शिक्षक
कार्यरत हैं।
मदरसों को आधुनिक बनाने की तैयारी
मदरसों को और अधिक आधुनिक बनाने की तैयारी शुरू हो गई है। अल्पसंख्यक
कल्याण मंत्री ने कहा कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को एआई तकनीक से जोड़ते हुए उन्हें नई-नई जानकारियां उपलब्ध कराई जाएं। निर्देश दिया कि सभी मदरसों में काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव व 13 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान मनाया जाए। मदरसों में तिरंगा लाइटिंग कराई जाए।
• 16 हजार मदरसे प्रदेश में
• 13.57 लाख कुल हैं छात्र
• 560 अनुदानित मदरसे हैं
• 9500 शिक्षक हैं कार्यरत