ईस्ट इंडिया टाइम्स राजेन्द्र सिंह धुआँधार) / कन्नौज। स्कूली बच्चियों ने
परिजनों से देरी होने के कारण डांट ना लगे, इस कारण बनाई थी अपहरण किये जाने की कहानी। कोतवाली कन्नौज पर नेतराम राजपूत पुत्र रामेश्वर दयाल निवासी मो० लुधपुरी ने सूचना दी कि चार बच्चियों को चाकू लगाकर मो० बालापीर से आटो चालक उठा ले गया और रास्ते मे पैट्रोल पंप पर पैट्रोल भरवाने लगा मौका पाकर बच्चे भाग गये और अपने घर पहुँचे। जिसकी सूचना पर कोतवाली कन्नौज पुलिस द्वारा तत्काल संज्ञान लेकर विभिन्न टीमे लगाकर मो० बालापीर से सरायमीरा तिर्वा क्रासिंग तक विभिन्न स्थानो पर लगे सीसीटीवी
कैमरो को चौक कराया गया तो उक्त घटना के सम्बन्ध मे कोई आटो बच्चो को लेकर जाता नही दिखाई दिया एवं बच्चो द्वारा बताये गये घटना स्थल मो० बालापीर से लेकर भारत पैट्रोल पंप तक राहगीर एवं दुकानदारों से पूछताछ की गयी तो उक्त घटना के संबंध में कोई तथ्य प्रकाश में नही आया। भारत पैट्रोल पंप के सामने स्थित कबाडी की दुकान के पास लगे कैमरे को भी चौक किया गया तो कोई आटोई-रिक्शा कबाडी की दुकान के सामने न तो आया और न तो रुका हैं जबकि कैमरे मे देखा गया है कि वही बच्चे तिर्वा क्रासिंग की ओर से खेलते हुये जा रहे है तथा चारों बच्चे सकुशल परिजन के पास मौजूद है। पुनः चारों बच्चियों
व उनके परिजनों से घटना के बारे में पूछताछ की गयी तो बच्चों ने बताया कि कल वह अपने स्कूल सुशीला देवी इंटर कॉलेज की छुट्टी होने के बाद अपने ही मोहल्ले के ई-रिक्शा में बैठकर तिर्वा क्रासिंग चली गयी और वहीं उतर गयी। तिर्वा क्रोसिंग से हम सब पैदल पैदल घर जा रहे थे। हमे घर पहुँचने में देरी हो गयी थी। परिवार के लोगों के डर की वजह से हमनें ये सब झूठ बोला था। थाना कन्नौज पर बच्चियों के साथ मे आये उनके चाचा व पिता ने बताया कि कल रात के समय सबसे छोटी बेटी ने बताया कि हमारे साथ अपहरण जैसी कोई घटना नही हुई है। हम लोगों को घर आने में देरी होने पर डर की वजह से झूठ बोला था।