योग्य एवं अनुभवी शिक्षामित्रों के साथ निर्दयता एवं क्रूरतापूर्ण व्यवहार कर रही है सरकार 40 हजार से घटाकर 10 हजार किया मानदेय


अम्बेडकरनगर। शिक्षामित्र शिक्षक संघ अम्बेडकर नगर के जिला अध्यक्ष राम चन्दर मौर्य ने आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षामित्र मुद्दे पर शिक्षामंत्री द्वारा बार-बार, लगातार गैर जिम्मेदाराना बयान दिया जा रहा है। मंत्री के कुत्ते पर मासिक खर्च 20000 रूपये तो वहीं स्नातक बीटीसी शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण शिक्षामित्र गुरूजी को 10000 रूपए पूरा परिवार चलाने के लिए दिया जा रहा है, के सवाल पर शिक्षामंत्री के द्वारा गलत व मनमानी पूर्ण तरीके के बयानबाजी पर शिक्षामित्र आहत हैं। सदन में उठें शिक्षामित्र मुद्दे के सवाल पर शिक्षामंत्री के मनमानी पूर्ण जबाब की शिक्षामित्रों द्वारा निन्दा की जा रही

है।


शिक्षामित्रो को सरकार द्वारा 40000 हजार रुपए से घटाकर वर्तमान में सरकार द्वारा 10000 हजार रूपए मानदेय दिया जा रहा है। इस बढ़ती महगाई में 7 वर्षों में 1 रूपये की मानदेय वृद्धि भी सरकार द्वारा नहीं किया गया। दस हजार रूपए का अल्प मानदेय वह भी समय से न मिलने के कारण शिक्षामित्र भुखमरी के कगार पर है। मानदेय वृद्धि के घोषणा के उपरांत भी सरकार द्वारा 1 रूपए की मानदेय वृद्धि 7 वर्षों से नहीं की गई। अल्प मानदेय वह भी समय से न मिलने के कारण आर्थिक तंगी व अवसाद के चलते 10000 हजार से अधिक शिक्षामित्रों की मौत हो गई। फिर भी शिक्षामित्रों की मौत की जिम्मेदार सरकार मौन है।