रामपुर। स्कूल चलो अभियान को झटका देने वाले जिले में 23 स्कूलों के प्रधानाध्यापक फंस गए हैं। बीएसए ने इस मामले में सभी से जवाब तलब किया है। साथ ही बच्चों की संख्या बढ़ाने के आदेश दिए हैं।
नए शिक्षा सत्र के साथ ही परिषदीय स्कूलों में बच्चों को ज्यादा से ज्यादा एडमिशन दिलाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से हर साल की तरह इस साल भी एक जुलाई से स्कूल चलो अभियान की शुरुआत की गई थी। प्रदेश भर के सभी जिलों में यह अभियान चलाया गया। एक माह के भीतर जिले भर में जिले के डेढ़ हजार से ज्यादा स्कूलों में 17 हजार बच्चों का नामांकन कराने का दावा किया गया है। हालांकि सबसे खराब स्थिति जिले के 22 से ज्यादा स्कूलों की है। इन स्कूलों में नए बच्चों की संख्या कहीं भी दहाई के अंक को नहीं छू पाई है। बेसिक शिक्षा परिषद ने इन स्कूलों का चिह्नीकरण करते हुए अब इसकी रिपोर्ट जारी की थी। फिलहाल इन खराब प्रगति वाले स्कूलों पर अब बीएसए ने नोटिस जारी किया है। बीएसए राघवेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले में 23 स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है। सभी प्रधानाध्यापकों से कहा गया है कि वह स्कूलों में बच्चों के एडमिशन को बढ़ाएं नहीं तो कार्रवाई की जाएगी।
बीएसए ने हल बच्चों से हल कराए गणित के सवाल
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राघवेंद्र सिंह ने मिलक के प्राथमिक विद्यालय मेहंदी नगर, प्राथमिक विद्यालय लोहा पट्टी भागीरथ का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान समस्त स्टाफ उपस्थित पाया गया। बीएसए द्वारा शिक्षा की गुणवत्ता जांचने के लिए कक्षा में खड़े होकर बोर्ड पर गणित के सवाल कराए गए। हिंदी की पुस्तक भी पढ़ाई गई जिनके बच्चों सही जवाब दिए गए। उन्होंने कक्षा में सवाल हल करने के नए-नए तरीकों के बारे में भी बताया।