जिले के 210 विद्यालयों में तैनात किए जाएंगे एजुकेटर, इस आधार पर किया जाएगा चयन


गोंडा। जिले के परिषदीय व कंपोजिट विद्यालयों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) एजुकेटर तैनात किए जाएंगे। इसके लिए जिले के कंपोजिट और प्राथमिक विद्यालयों व को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा पीएमश्री विद्यालयों का चयन किया गया। आगामी 30 सितंबर तक चयन प्रक्रिया पूरी होने के साथ नई शिक्षा नीति के तहत प्री-प्राइमरी की शिक्षा व्यवस्था को मजबूति मिलेगी।



जिले में कुल 3,095 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। इनमें से 1,580 आंगनबाड़ी केंद्र परिषदीय विद्यालयों में संचालित हो रहे हैं। जिला समन्वयक (प्रशिक्षण)
हरिगोविंद यादव ने बताया कि भौतिक संसाधन जैसे कक्षा-कक्ष, आउटडोर प्ले मैटेरियल के लिए पर्याप्त स्थान, बेहतर परिसर के साथ ही विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चों की सर्वाधिक संख्या के आधार पर चयन किया गया। ऐसे में 196 को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावा 14 पीएम श्री विद्यालयों को मिलाकर कुल 210
विद्यालयों का चयन किया गया है। इल विद्यालयों में आउटसोर्सिंग के माध्यम से अर्ली चाइल्डहुड केयर एंड एजुकेशन (ईसीसीई) एजुकेटर तैनात किए जाएंगे.


ईसीसीई एजुकेटर 11 महीने के लिए तैनात किए जाएंगे। इससे तीन से छह साल के बच्चे प्री-प्राइमरी स्तर पर औपचारिक शिक्षा के लिए तैयार होंगे। एजुकेटर इन बच्चों के भौतिक मानसिक, सामाजिक, सामाजिक संवेगात्मक और अकादमिक वातावरण सुगमता व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि डीएम की अध्यक्षता में कमेटी 30 जून तक ईसीसीई एजुकेटर का चयन करेगी। साथ ही 10,313 रुपये मानदेय दिया जाएगा। चयन के लिए जिले में तैयारी तेज हो गई है।



जल्द पूरी होगी नियुक्ति प्रक्रिया
जल्द नियुक्ति प्रक्रिया पूरी जाएगी। इससे प्री- प्राइमरी शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिल सकेगी। वहीं, पांच से छह आयु वर्ग के बच्चे निपुण बन सकेंगे। शासन के मंशानुरूप एजुकेटरों की तैनाती के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. BSA

इस आधार पर किया जाएगा चयन

अभ्यर्थियों के चयन के लिए सेवा प्रदाता एजेंसी नामित की जाएगी। हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, स्नातक, डीपीएसई, एनटीटी व संबंधित डिप्लोमा के आधार पर अवरोही क्रम में मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। वहीं, मेरिट सामान होने पर अधिक आयु वाले अभ्यर्थियों को वरीयता दी जाएगी। अगर आयु में भी समानता होती है तो अंग्रेजी वर्णमाला के क्रम में वरीयता दी जाएगी। वहीं चयनित विद्यालयों में एक-एक ईसीसीई एजुटेक्टर तैनात किए जाएंगे।